MP PCC में यूथ ब्रिगेड, जीतू पीसीसी चीफ, उमंग नेता और हेमंत उप नेता प्रतिपक्ष
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 17 दिसंबर। एमपी के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (PCC CHIEFKAMALNATH) को हटाकर युवा चेहरे जीतू पटवारी को नया प्रदेश अध्यक्ष (JITU PATWARI PCC CHIEF) बनाया है। पटवारी ओबीसी (OBC) समुदाय से आते हैं। इसके साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर भी आदिवासी युवा चेहरे उमंग सिंघार (TRIBLE FACE UMANG SINGHAR) की नियुक्ति की है। ओबीसी और एसटी के साथ सामान्य वर्ग के युवा विधायक हेमंत कटारे को विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। पीसीसी चीफ पद से वरिष्ठ नेता कमलनाथ की पांच साल बाद विदाई हुई है। कांग्रेस के सारे फैसले राहुल गांधी (RAHUL GANDHI) की मर्जी से हुए हैं।
एमपी के विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने बड़ी सर्जरी की है। कमलनाथ जैसे दिग्गज को हटाकर चुनाव हारने के बाद भी OBC वर्ग के युवा चेहरे जीतू पटवारी को पीसीसी चीफ बनाया जाना इस बात का संकेत है कि पार्टी लोकसभा चुनाव में ओबीसी वोटरों पर केंद्रित करेगी। चार बार के विधायक आदिवासी वर्ग के उमंग सिंघार और दो बार के विधायक ब्राह्मण वर्ग के हेमंत कटारे की क्रमशः नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष के रूप में नियुक्ति जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को साधने वाली है। जीतू और उमंग कांग्रेस में किसी खेमे के नहीं हैं, लेकिन राहुल गांधी की गुड बुक में शामिल हैं। हेमंत कटारे भी युवा ब्रिगेड के कारण राहुल गांधी की पसंद हैं। जीतू पटवारी अपनी दमखम पर कांग्रेस में आगे बढ़े हैं। उमंग की बुआ जमुनादेवी दो बार उप मुख्यमंत्री और दो बार नेता प्रतिपक्ष रहीं थीं। उनके निधन के बाद उमंग उनके राजनैतिक उत्तराधिकारी माने गए हैं। हेमंत कटारे के पिता सत्यदेव कटारे कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार थे। कांग्रेस की सरकार में कई प्रमुख विभागों के मंत्री और पार्टी के विपक्ष में होने पर नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। हेमंत अपने पिता के परंपरागत चुनाव क्षेत्र अटेर से दूसरी बार MLA चुने गए हैं। उन्होंने इस बार बीजेपी के पावरफुल नेता और प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदोरिया को हराया है।
बड़े पदों पर युवा ब्रिगेड की नियुक्ति से यह माना जा रहा है कि कांग्रेस एमपी में अब एग्रेसिव होकर मैदान में उतरेगी। साल 2018 से कांग्रेस को लीड कर रहे कमलनाथ एग्रेसिव नहीं थे। जीतू पटवारी और उमंग सिंघार दोनों को एग्रेसिव नेता के रूप में जाना जाता है। इस बड़ी सर्जरी के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि MP PCC की नई टीम में भी युवा ब्रिगेड की संख्या अधिक है। इसके साथ ही जातीय और क्षेत्रीय संतुलन भी बनाया जाएगा। नई टीम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे दिग्गजों के कंट्रोल से अलग रहेगी।