राहुल को मनाने में विफल कमलनाथ और गहलोत ने भी इस्तीफे की पेशकश की
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 1 जुलाई। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की समझाइश के बाद भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफे का विचार छोड़कर पार्टी की कमान संभाले रखने पर राजी नहीं हो रहे हैं। राहुल गांधी को मना पाने में विफल रहने के बाद दोनों मुख्यमंत्रियों ने भी अपने पदों से इस्तीफे की पेशकश कर दी।
कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सोमवार को अपने इस्तीफे पर अड़े पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें पद पर बने रहने के लिए मनाने की कोशिश की। करीब दो घंटे की चर्चा के बाद भी राहुल पार्टी की बागडोर संभाले रहने के लिए राजी नहीं हुए। मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राहुल को पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावना से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि हमने वर्तमान परिस्थितियों पर खुलकर बात की। हमने कहा कि चुनाव में हार-जीत होती रहती है। उन्होंने हमारी बात को बहुत ध्यान से सुना। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि राहुल गांधी उनकी बातों पर विचार करेंगे।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। राहुल ने कहा था कि उन्हें इस बात का दुःख है कि इस हार के बावजूद पार्टी के किसी भी मुख्यमंत्री या नेता ने जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया। राहुल ने गांधी परिवार के बाहर से किसी नेता को पार्टी का अध्यक्ष बनाने की बात कही थी। काफी मान-मनौव्वल के बाद भी राहुल नहीं माने और अपने इस्तीफे पर अड़े रहे।