राहुल-कमलनाथ कोल्डवार खत्म, यात्रा में साथ होंगे

Feb 24, 2024

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 24 फरवरी। कांग्रेस के देश के दिग्गज नेता तथा मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ और कांग्रेस के युवराज कहे जाने वाले पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच कोल्डवार थम गया है। इसलिए कमलनाथ जैसे कांग्रेस के सियासी महारथी का पलायन कर भाजपा में शामिल होने का प्लान फिलहाल स्थगित माना जा रहा है। कमलनाथ कांग्रेस में फिर सक्रिय हो गए हैं और राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होने का प्लान बना चुके हैं।

पांच साल पहले भाजपा की पंद्रह साल पुरानी सरकार को सियासी के अखाड़े में पटखनी देने वाले कमलनाथ अपनों की साजिश का शिकार हो गए और पंद्रह साल बाद आई सरकार पंद्रह महीने में धराशायी हो गई। तमाम अफवाहों को दरकिनार करते हुए कमलनाथ पांच साल तक मध्यप्रदेश में पूरी शिद्दत के साथ सक्रिय रहे औऱ 2023 का विधानसभा चुनाव उनकी अगुवाई में उनकी ही सियासी रणनीति के आधार पर लड़ा गया। इसके बावजूद कांग्रेस आश्चर्यजनक ढंग से विधानसभा चुनाव हार गई। इस हार ने कांग्रेस के इस सियासी महारथी कमलनाथ को शक के दायरे में ला दिया। उनकी पार्टी में उनके विरोधियों ने ही उनके खिलाफ माहौल बना दिया।यह माहौल इतना प्रभावी रहा है कि कांग्रेस हाईकमान के फैसलों के निर्णायक कहे जाने वाले राहुल गांधी औऱ कमलनाथ के बीच कोल्डवार शुरू हो गया। हालात इतने खराब हो गए कि लोकसभा चुनाव के बाद पीसीसी चीफ का पद छोड़ने का कह चुके कमलनाथ को अचानक पद से हटा दिया गया और उनसे बहुत जूनियर जीतू पटवारी को पीसीसी चीफ की कुर्सी सौंप दी गई, जबकि जीतू खुद विधानसभा चुनाव हार गए थे। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने तो सरेआम कह दिया कि कमलनाथ की वजह से एमपी में हार हुई है। साथ ही कह दिया कि वह बीजेपी से मिले हुए थे। इतने गंभीर आरोप ने कमलनाथ को बहुत आहत किया लेकिन इससे भी ज्यादा दुख उन्हें इस बात से हुआ कि हाईकमान ने उस प्रवक्ता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसके कमलनाथ और राहुल गांधी के बीच तनाव और तल्खियां बढ़ गईं। तल्खियां बढ़ीं तो दोनों के बीच अबोला हो गया। सियासी माहौल ऐसा गर्माया कि कमलनाथ के अपने सांसद पुत्र के साथ भाजपा मे जाने की खबर फैल गई। इस खबर ने कांग्रेस हाईकमान को भूल का अहसासा कराया। इसके बाद डैमेज कंट्रोल की भारी कोशिशें हुई जो अभी तो सफल दिखाई पड़ रही हैं। कमलनाथ का भाजपा में जाना मुलत्वी हो गया और वे कांग्रेस के कार्यक्रमों की सफलता तय करने में लग गए हैं। कमलनाथ फिर से एक्शन में आ गए हैं। राहुल गांधी से बातचीत के बाद कमलनाथ एक्टिव हो गए हैं। वह पार्टी की मीटिंग में दिखने लगे हैं। साथ ही एमपी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर भी वह एक्टिव हैं। वे एमपी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे।कमलनाथ दो मार्च को छिंदवाड़ा से ग्वालियर पहुंचेंगे। इसके बाद वह राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे। राहुल गांधी की यात्रा एमपी में चार दिन तक रहेगी। कमलनाथ भी मध्य प्रदेश में छह मार्च तक शामिल रहेंगे। विधानसभा चुनाव में हार के बाद पहली बार कमलनाथ उनके साथ दिखेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि अब सब कुछ ठीक हो गया है।