मिशन कश्मीर पर गृह मंत्री अमित शाह, राज्यपाल ने की अगवानी
खरी खरी डेस्क
श्रीनगर, 27 जून। देश के गृह मंत्री अमित शाह अपने मिशन कश्मीर के तहत गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे। दो दिन के इस दौरे में शाह मुख्य रूप से सुरक्षा के मुद्दे पर काम करेंगे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने सलाहकारों के साथ सामान्य प्रोटोकाल से हटकर गृह मंत्री की अगवानी हवाई अड्डे पर की। यह पहला मौका है जब केंद्रीय गृह मंत्री के राज्य के दौरे पर आने पर चरमपंथी संगठनों ने बंद की अपील नहीं की है।
मिशन कश्मीर पर निकले अमित शाह ने दो दिन के दौरे के पहले दिन जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा ग्रिड के एकीकृत मुख्यालय की बैठक की अध्यक्षता की और राज्य की समग्र सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। गृह मंत्री ने कश्मीर में शांति बहाल करने और चरमपंथ रोधी अभियानों पर विशेष बल देने के साथ राज्य की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गृह मामलों में उनके प्रभारी सलाहकार के. विजय कुमार, मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रमण्यम, उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह, डीजीपी दिलबाग सिंह, विभिन्न खुफिया एजेंसियों एवं अर्द्धसैनिक बलों के प्रमुख इस बैठक में शामिल हुए। गृह मंत्री शाह 12 जून को अनंतनाग आतंकवादी हमले में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के निरीक्षक अरशद अहमद खान के परिवार से मिलने भी पहुंचे। इस आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने अर्द्धसैनिक बल के गश्ती दल पर यह हमला कर दिया था। शाह ने पंचायत प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की जो पिछले साल के चुनाव में चुने गए थे। अमित शाह गृह मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद बुधवार को वह पहली बार राज्य के दौरे पर पहुंचे। उनका यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को दिए जाने वाले महत्त्व को दर्शाता है। पद संभालने के बाद से शाह का यह नयी दिल्ली से बाहर का पहला आधिकारिक दौरा है।