फांसी के लिए जल्लाद को तैयार रखने के आदेश, जल्लाद पवन पूरी तरह से तैयार
खरी खरी डेस्क
लखनऊ, 14 दिसंबर। निर्भया कांड के आरोपियों की फांसी का वक्त अब फाइनल नहीं हुआ है लेकिन प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। दिल्ली की तिहाड़ जेल के प्रशासन ने उत्तरप्रदेश शासन को पत्र लिखकर दो जल्लादों के बारे में जानकारी मांगी है। चिट्ठी में यह नहीं बताया गया है कि इन जल्लादों की क्या जरूरत है लेकिन साफ संकेत है कि इनकी जरूरत निर्भया मामले के आरोपियों को फांसी देने में होगी।
उत्तर प्रदेश के जेल प्रशासन के पास दो जल्लाद नौकरी पर हैं। इनमें से अभी एक ही उपलब्ध है। उसकी तैनाती मेरठ जेल में है। उत्तर प्रदेश शासन के आला अफसरों ने मेरठ जेल प्रशासन को तैयार रखने के लिए कहा है। मेरठ में तैनात जल्लाद पवन ने कहा कि उनके पास अभी कोई सूचना या आदेश नहीं पहुंचा है लेकिन वे अपनी ड्यूटी करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। पवन जल्लाद का कहना है कि दुर्दांत अपराधी को मौत के फंदे पर लटकाते समय उनके दिल में कोई रहम नहीं होता है। उसके परिवार में तीन पीढ़ियों से लोग जल्लाद का काम करते आ रहे हैं। पवन का कहना है कि किसी भी अपराधी को फांसी देने की तैयारी करने के लिए बस एक दिन का समय काफी होता है। फांसी के फंदे की जांच करनी पड़ती है, फंदे में एक बोरी में वजन डालकर उसे लटका कर देखता हूं कि वह एक आदमी का भार वहन कर पाएगा या नहीं? उसके बाद जिस लकड़ी के पटरे पर दोषियों को खड़ा किया जाता है, उसकी मजबूती की भी जांच करनी पड़ती है कि वह पर्याप्त रूप से मजबूत है या नहीं. जल्लाद पवन ने कहा कि फांसी पर लटकाने के लिए जिस लीवर को खींचा जाता है, उसमें भी तेल और ग्रीस लगानी पड़ती है, ताकि फांसी के समय आसानी से लीवर खिंच सकें।' एक सवाल के जवाब में पवन ने बताया, 'फांसी तड़के दी जाती है इसलिए मैं पूरी रात जागकर उसकी तैयारी करता हूं, लेकिन मुख्य तैयारी आखिरी दो से तीन घंटे में होती है। फांसी देते समय किसी बात का डर या भय दिमाग में नही रहता हैं।