निर्भया मामले के दोषी ने दया याचिका वापस लेने राष्ट्रपति को लिखा पत्र

Dec 07, 2019

खरी खरी डेस्क

नई दिल्ली, 7 दिसंबर। दिल्ली के बहुचर्चित निर्भया रेप कांड के एक दोषी विनय शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर अपनी दया याचिका वापस लेने की मांग की है।शर्मा ने अपने वकील ए.पी. सिंह के माध्यम से शनिवार को राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि उसे दया याचिका वापस लेने की अनुमति दी जाए। पत्र में दावा किया गया है कि गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपति को भेजी गई दया याचिका पर उसके हस्ताक्षर नहीं हैं।वकील सिंह ने आरोप लगाया कि यह एक साजिश है, क्योंकि उन्होंने अभी तक एक उपचारात्मक याचिका दायर नहीं की है।केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्या मामले के दोषियों में से एक की दया याचिका को खारिज करने की राष्ट्रपति से सिफारिश की है। सूत्रों ने ने बताया कि दोषी विनय शर्मा की दया याचिका के संदर्भ में फाइल राष्ट्रपति भवन को भेज दी गई है।

इसके पहले दिल्ली सरकार ने 2012 के निर्भया दुष्कर्म और हत्या मामले के दोषियों में से एक की दया याचिका को खारिज किए जाने की 'मजबूती से सिफारिश' की थी। इस सिफारिश में दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि यह ऐसा मामला था, जहां दूसरों को इस तरह के जघन्य अपराधों को करने से रोकने के लिए ऐसा दंड दिया जाना चाहिए, जो नजीर बने। शर्मा की याचिका पर जैन ने लिखा, "यह अपीलकर्ता द्वारा किया गया जघन्यतम अपराध है। इस मामले में ऐसा दंड दिया जाना चाहिए कि इस तरह के जघन्य अपराधों को करने से रोकने के लिए एक नजीर बने। दया याचिका में कोई सार नहीं है, इसे खारिज करने के लिए सख्ती से सिफारिश की जाती है।"

सुप्रीम कोर्ट व दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के बाद याचिका को दिल्ली सरकार को अग्रसारित किया गया था। कोर्ट ने याचिका को अस्वीकार करते हुए कहा था, "वह दया के लायक नहीं है।"