दिल्ली : डेंगू मरीजों की भर्ती से इनकार की जांच का आदेश
नई दिल्ली, 15 सितंबर| दिल्ली के पांच निजी अस्पतालों द्वारा कथित रूप से इलाज से इनकार किए जाने के कारण सात वर्षीय बच्चे अविनाश रावत की मौत और हादसे से दुखी उसके माता-पिता की आत्महत्या के बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। एक बयान में कहा गया कि सिसोदिया ने संभागीय आयुक्त को मामले की जांच और दिल्ली सरकार को सात दिन के भीतर संबंधित रिपोर्ट पेश करने के लिए स्थानीय उप खंड न्यायधीश को नियुक्त करने का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक ने पांच अस्पतालों मूलचंद खराती राम अस्पताल, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (साकेत), साकेत सिटी अस्पताल, और इरीन अस्पताल (कालकाजी) को दिल्ली नर्सिग होम पंजीकरण अधिनियम, 1953 के अंतर्गत कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
वक्तव्य में कहा गया है कि जांच में यह पताया लगाया जाए कि दिल्ली के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को खास निर्देश दिए गए थे कि डेंगू से पीड़ित किसी भी मरीज को अस्पताल में दाखिल करने से इनकार नहीं किया जाए। उसके बाद भी बच्चे को इलाज मुहैया क्यों नहीं कराया गया।
सिसोदिया ने यह भी निर्देश दिया कि जांच में इसके लिए भी विकल्प सुझाए जाएं कि इस प्रकार की दुखद घटनाएं फिर न हों ।