तारामंडल ने रिकार्ड किए सूर्य ग्रहण की ऐतिहासिक खगोलीय घटना के अदभुत नजारे
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली, 21 जून। विश्व योग दिवस के मौके पर 21 जून रविवार को पड़े सदी के सबसे बड़े सूर्यग्रहण को नई दिल्ली में चाणक्यपुरी स्थित नेहरू तारा मंडल ने विशेष तैयारियों के साथ रिकार्ड किया। इसके चलते एक अदभुत खगोलीय घटना कैमरों में कैद हो गई है। तारामंडल ने इस अद्भुत दृश्य को रिकॉर्ड करने के लिए विशेष तैयारियां की थीं। यहां से न्यूज चैनल, यूट्यूब व फेसबुक के जरिए सूर्यग्रहण के दौरान रिकॉर्ड की गई सुंदर खगोलीय घटना को प्रसारित किया गया। इसके लिए बकायदा नेहरू तारामंडल में एक सन प्रोटेक्शन बॉक्स बनाया गया था, जिसके जरिए लाईव टेलीकास्ट किया गया। बता दें कि अब साल 2038 में अगला पूर्ण सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। मालूम हो कि खगोलिय घटनाओं की रिकॉर्डिंग करने व छात्रों को इस घटना के वैज्ञानिक तथ्य की जानकारी देने व विज्ञान से जोडने के लिए हर बार नेहरू तारामंडल में विशेष तैयारियां की जाती थीं। स्कूली छात्रों के साथ ही विज्ञान में रूचि लेने वाले लोग भी इस दौरान यहां एकजूट होकर खगोलीय दृश्य का आनंद लेते थे। लेकिन इस बार कोरोना के चलते छात्रों व अन्य लोगों के तारामंडल में आने पर पूर्णतः रोक लगा दी गई थी लेकिन मीडिया के लोगों को तय संख्या में नेहरू तारामंडल में बुलाया गया था।
इस दौरान उनके लिए लिए सूर्य से बचाव वाले चश्मों का इंतजाम किया गया था। वहीं नेहरू तारामंडल में सूर्य किरणों से बचाव के लिए विशेष बॉक्स यानि सन प्रोटेक्शन बॉक्स बनाया गया था। जिसमें वेब कैमरा भी लगाया गया, जिससे रिकार्डिंग कर उसका सीधा प्रसारण किया जा रहा था। वहीं विशेष रूप से अलग-अलग क्षमताओं वाली टेलीस्कोप व स्क्रीन भी लगाई गई थी।
नेहरू तारामंडल की निदेशक रत्ना श्री ने बताया कि दिल्ली में सूर्यग्रहण आंशिक था। शुरूआत में बादल देखे गए जिसके चलते लोगों को सूर्यग्रहण देखने के लिए इंतजार करना पडा। दिल्ली में 95 फीसदी सूर्यग्रहण दिखा। नेहरू तारामंडल से देश-विदेश में दिखने वाले सूर्यग्रहण की लाइव वेबकॉस्टिंग की गई थी। अहतियात के तौर पर हमने पहले ही लोगों को तारामंडल में आने से मना कर दिया था। जिससे खगोल में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को काफी मायूसी हाथ लगी पर लाइव प्रसारण ने लोगों को घर बैठे ही इस अद्भूत खगोलीय घटना का दीदार करवा दिया। इस बार 'रिंग ऑफ फायर' बेहद खूबसूरत रहा।