जम्मू कश्मीर में तीसरे चरण में सबसे ज्यादा 66 फीसदी वोटिंग
खरी खरी संवाददाता
श्रीनगर, 1 अक्टूबर। जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में करीब 66 फीसदी वोटरों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।यह आंकड़ा पहले और दूसरे चरण के मतदान प्रतिशत से ज्यादा है। तीसरे चरण में सात जिलों की 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ। तीनों चरणों का ओवर आल वोटिंग टर्न आउट साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के वोटिंग प्रतिशत से कम है।
जम्मू-कश्मीर में तीसरे और अंतिम चरण में सात जिलों की बाकी बची 40 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। चुनाव आयोग के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो इसमें शाम 5 बजे तक 65.48 फीसदी वोटिंग हुई। यह आंकड़ा 66 फीसदी से ज्यादा होने की उम्मीद जताई जा रही हैष। पहले चरण में 24 सीटों के लिए हुए मतदान में 61.38 और 26 सीटों के लिए दूसरे चरण के लिए हुए मतदान में 57.31 फीसदी वोट पड़े थे। इस लिहाज से तीनों चरणों में वोटिंग टर्नआउट 61 फीसदी को पार हो गया, लेकिन यह 2014 में जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों में हुई वोटिंग के लिहाज से कम है। साल 2014 में में 65.23 वोट पड़े थे। इस हिसाब से 2024 विधानसभा चुनावों में काफी कम वोट पड़े हैं।
चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए मतदान पर खुशी जाहिर की है। इस अंतिम तीसरे चरण में सात जिलों में से सबसे अधिक 72.91 फीसदी वोट उधमपुर जिले में पड़े। इस जिले की सभी चार और सांबा जिले की सभी तीन विधानसभा सीटों पर वोटिंग टर्नआउट 70 फीसदी से अधिक रहा। जबकि सबसे कम 55.73 फीसदी वोट बारामुला जिले में पड़े।सबसे अधिक मतदान होने के रूप में उधमपुर जिला टॉप पर रहा। लेकिन अगर विधानसभा सीटों की बात की जाए तो सबसे अधिक 77.35 फीसदी वोट जम्मू जिले की चांबा सीट पर पड़े। सबसे अधिक वोट पड़ने में भी इसी जिले की अखनूर और मारह सीट रही। जहां क्रमश 76.28 और 76.10 फीसदी वोट पड़े। जबकि सबसे कम वोट पड़ने वाली सीटों में बारामुला जिले की सुपौर सीट रही। जहां 41.44 फीसदी ही वोट पड़े। दूसरे नंबर पर इसी जिले की बारामुला सीट रही। यहां 47.95 फीसदी वोट पड़े