जबलपुर की रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव में विदेशों से भी आएंगे निवेशक
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 19 जुलाई। संस्कारधानी जबलपुर में शनिवार को होने वाले रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव की तैयारियां पूरी हो गई हैं। इस कांक्लेव में प्रदेश और देश के निवेशकों के साथ कई विदेशी प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होंगे। सरकार को इस कांक्लेव में करीब एक लाख करोड़ के निवेश आने का अनुमान है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 80 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित 'नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र' का उद्घाटन कर यहां होने वाले कांक्लेव का शुभारंभ करेंगे।
इस कांक्लेव में प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों और प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित 3500 से अधिक उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 60 से अधिक इकाइयों का वर्चुअली उद्घाटन कर उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा भी करेंगे। कांक्लेव में बायर-सेलर मीट होगी, जिसमें एक हजार से अधिक निवेशक शामिल होंगे। खास बात यह है कि रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में ब्रिटेन, कोस्टा रीका, फिजी, ताइवान और मलेशिया के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे। वे कृषि एवं रक्षा क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। कान्क्लेव में लगभग 70 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए जाएंगे। इस कान्क्लेव से जबलपुर व आसपास के जिलों की औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव का कहना है कि इन प्रयासों से मध्य देश में औद्योगिक निवेश की गति तेज हो गई है। कनेक्टिविटी, उद्योग-मित्र नीतियों और उद्योग-अनुकूल अधोसंरचनाओं से मध्यप्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन गया है।
रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव की शुरूआत उज्जैन से हुई थी। इसमें एग्रो आयल एंड गैस कंपनी ने 75 हजार करोड़ रुपए निवेश की घोषणा की थी। वहीं विभिन्न कंपनियों को मिलाकर कुल एक लाख करोड़ रूपये के निवेश प्रस्तावों के पूरा होने से एक लाख से ज्यादा रोजगार का निर्माण होगा। इसी तरह मुंबई इंडस्ट्री कान्क्लेव में प्रदेश में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा और एक लाख से ज्यादा रोजगार का सृजन होगा। जबलपुर कान्क्लेव में भी सरकार को एक लाख करोड़ रुपये के निवेश की संभावना दिख रही
रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव के बाद ग्लोबल इनवेस्टर्स मीट का आयोजन किया जाएगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अगले साल सात और आठ फरवरी 2025 को आयोजन होगी। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मध्य प्रदेश की नई निर्यात नीति की घोषणा होगी और निवेश बढ़ाने के लिए नए निवेशकों के साथ नई उद्योग नीति में किए गए प्रविधानों को सांझा किया जाएगा। जीआईएस के पहले सितंबर में ग्वालियर और अक्टूबर में रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। प्रदेश के बाहर तमिलनाडु के कोयंबटूर में 25 जुलाई, अगस्त में कर्नाटक के बेंगलुरु, सितंबर में दिल्ली और इंदौर में इंडस्ट्री कान्क्लेव प्रस्तावित हुई है