उप्र : आईजी अमिताभ ने मुलायम के खिलाफ मोर्चा खोला
लखनऊ, 11 जुलाई| भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी और उत्तर प्रदेश सरकार में आईजी (सिविल डिफेंस) अमिताभ ठाकुर ने समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने फोन पर धमकाने का आरोप लगाया और सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने हजरतगंज थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। अमिताभ अब अदालत की शरण लेंगे। अमिताभ ने आईएएनएस से कहा, "हजरतगंज थाने में मुलायम सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने आया था, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। मैंने अपनी तहरीर पुलिस को दे दी है। पुलिस यदि मुलायम के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करती है तो मैं अदालत का दरवाजा खटखटाऊंगा।"
हजरतगंज के क्षेत्राधिकारी (सीओ) विजयमल यादव का कहना है कि फोन पर धमकाए जाने के मामले की जांच की जाएगी, उसके बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा।
आईजी अमिताभ का कहना है कि उनके मोबाइल पर शुक्रवार शाम चार बजकर 43 मिनट पर '0522-2235477' नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने उनसे कहा कि मुलायम सिंह यादव उनसे बात करना चाहते हैं। इसके बाद दो मिनट 10 सेकेंड चली बातचीत में मुलायम सिंह ने उन्हें सुधरने की नसीहत दी।
उनका आरोप है कि मुलायम ने उन्हें धमकी भरा फोन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति प्रकरण को लेकर किया। दोनों के बीच हुई बातचीत का ऑडियो अमिताभ की पत्नी एवं सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने जारी किया है।
वहीं अमिताभ ने कहा कि उन्हें अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता हो रही है। उन्होंने कहा, "मुलायम सिंह पूरे प्रदेश के 'मुखिया' हैं और जब इस तरह की धमकी दी जा रही है तो वह मेरे साथ कुछ भी करा सकते हैं।"
गौरतलब है कि नूतन ठाकुर ने गुरुवार को खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी और सदस्य अशोक पांडेय के खिलाफ गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
नूतन ने कहा कि दरअसल बात यह है कि उनके पति ने लोकायुक्त कार्यालय में मंत्री प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। मंत्री ने रंजिशन महिला आयोग के अध्यक्ष और एक अन्य सदस्य के साथ मिलकर उनके पति के खिलाफ दुष्कर्म के दो फर्जी मामले दर्ज करा दिए।
उन्होंने कहा, "मैंने भी शुक्रवार को मंत्री प्रजापति, जरीना उस्मानी, अशोक पांडेय और कुछ पुलिसवालों पर मेरे पति के खिलाफ षड्यंत्र रचने का मामला दर्ज कराया है, जिसकी विवेचना एसआई कृष्णबली सिंह कर रहे हैं।"