उत्तरायण की आस में भारत जोड़ो न्याय यात्रा यात्रा पर निकली कांग्रेस
खरी खरी संवाददाता
इंफाल, 14 जनवरी। सूर्य देवता के उत्तरायण होने के साथ ही कांग्रेस तमाम उम्मीदों के साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकल पड़ी। कांग्रेस की यह यात्रा पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष औऱ सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में मणिपुर के थौबल जिले के खौंगजोम से शुरू हुई। कांग्रेस को इस यात्रा से अपने उत्तरायण होने की आस बंधी हुई है।
दिल्ली के मौसम के चलते राहुल गांधी अपने नियत समय से तकरीबन तीन घंटे देरी से आयोजन स्थल पर पहुंचे, जिसके लिए उन्होंने सबसे पहले मणिपुर की जनता से माफी मांगी। यात्रा शुरू होने के पहले एक जनसभा हुई। इसे संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर में भाई-बहन, माता-पिता आंखों के सामने मरे और आज तक हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर में आपके आंसू पोछने, गले मिलने नहीं आए। ये शर्म की बात है। राहुल ने मणिपुर में शासन के बुनियादी ढांचे की विफल का आरोप लगाते हुए कहा कि जिसे आप मणिपुर कहते थे, वो अब रहा ही नहीं। राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में एकाधिकार कायम किया जा रहा है। भारत भारी अन्याय का सामना कर रहा है और इसलिए यह यात्रा जरूरी है। जनसभा के बाद राहुल गांधी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पर निकल पड़े। वो एक बस में सवार होकर आगे बढ़े। वो बीच-बीच में लोगों से मिलते भी रहे।
कांग्रेस अध्यक्ष का संदेश
इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मणिपुर का युवा बेरोजगार है, खिलाड़ी ट्रेनिंग नहीं कर पा रहे हैं, बच्चों की पढ़ाई बंद है लेकिन मोदी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम अहिंसा और शांति चाहते हैं। देश के पूर्वोत्तर इलाकों को उनके स्टेटहुड से लेकर बड़े-बड़े प्रोजक्ट्स कांग्रेस सरकार ने दिए, लेकिन मोदी सरकार आने के बाद केवल पब्लिसिटी का काम हो रहा है।
हारी हुई 341 सीटों से गुजेरगी
राहुल के साथ अशोक गहलोत, सचिन पायलट, दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद, आनंद शर्मा और राजीव शुक्ला जैसे कई सीनियर नेता मणिपुर पहुंचे। भारत जोड़ो न्याय यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों को कवर करेगी। इसमें राहुल 6700 किमी का सफर तय करेंगे। यात्रा 355 लोकसभा सीटों से होकर गुजरेगी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस इनमें से केवल 14 सीटें ही जीत पाई थी, इनमे से 341 सीटों पर उसे पराजय का सामना करना पड़ा था। यात्रा 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी। यात्रा का नारा 'न्याय का हक मिलने तक' और 'सहो मत, डरो मत' है। यात्रा में शामिल और जनसभा में मौजूद लोग यह नारा पूरे जोश से लगाते रहे।
मणिपुर के सीएम को संदेह
उधर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राहुल की यात्रा को लेकर संदेह जताया। सीएम ने कहा, राज्य में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, क्या यह रैली आयोजित करके राजनीति करने का समय है? यह वास्तव में भारत तोड़ो यात्रा है, न कि भारत जोड़ो यात्रा है। हमें संदेह है कि राहुल ने इसमें गड़बड़ी की है। वे जब भी आते हैं तो दिक्कत हो जाती है। इस बार मणिपुर अलर्ट पर है।