इंशा समर्थकों की हिंसा में कई लोग मारे गए

Aug 25, 2017

खरी खरी संवाददाता

नई दिल्ली, 25 अगस्त। डेरा सच्चा सौदा के मुखिया संत गुरुमीत राम रहीम इंशा को अदलात द्वारा रेप के मामले में आरोपी करार दिए जाने के बाद बाबा के लाखों समर्थकों ने हरियाणा और पंजाब में हिंसा का तांडव मचा दिया। आगजनी और पथराव में तमाम लोग घायल हो गए तथा देर शाम तक 25 लागों के मारे जाने की खबर थी। अदालत इस मामले में 28 अगस्त को सज़ा सुनाएगी। इसलिए बाबा को दोषी करार देकर जेल भेज दिया गया।

अदालत के आदेश पर पुलिस बाबा को हेलीकाप्टर द्वारा पंचकूला से रोहतक जेल ले गई, लेकिन बाबा के बवाली समर्थकों ने हरियाणा और पंजाब के तमाम शहरों में हिंसा का तांडव कर दिया। धीरे धीरे हिंसा की आग ने हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर के कई शहरों को अपनी चपेट में ले लिया। अदालत के पूर्व निर्देश के चलते हरियाणा सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाने का दावा किया था। हरियाणा के तमाम हिस्सों मे धारा 144 दो दिन पहले से ही लगा दी गई थी, लेकिन आज बाबा समर्थकों का तांडव देखकर लगा कि या तो सरकार ने झूठ बोला या फिर स्थिति को समझने में भारी चूक कर दी। अदालत का फैसला आते ही बाबा के समर्थक हिंसक हो गए। उनका निशाना सबसे पहले सड़कों पर दौड़ रहे वाहन तथा मीडिया कर्मी बने। चार न्यूज चैनलों की ओबी वैन फूंक दी गई। रिपोर्टरों औऱ कैमरामैनों पर पत्थरों तथा हथियारों से हमले किए गए। हरियाणा और पंजाब में कई स्थानों पर डेरा समर्थकों और पुलिस के बीच झड़पें हुई हैं। हरियाणा के पंचकुला और पंजाब के फिरोजपुर, बठिण्डा और मानसा में कर्फ्यू लगा दिया गया है। फतेहाबाद, जयतो और फरीदकोट को रेड अलर्ट पर रखा गया है। हरियाणा के सिरसा में हालात पर काबू करने के लिए पुलिस ने सेना की मदद मांगी है।

उधर, डेरा सच्चा सौदा के एक प्रवक्ता डॉक्टर दिलावर इंशा ने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है। हम अपील करेंगे। हमारे साथ वही हुआ है जो इतिहास में गुरुओं के साथ हुआ था।

मई 2002 में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाते हुए डेरा की एक साध्वी ने गुमनाम पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भेजा था, जिसकी एक प्रति पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भी भेजी गई थी। हाईकोर्ट ने 24 सितंबर 2002 को साध्वी यौन शोषण मामले में जांच के आदेश दिए। कुछ समय बाद इस मामले को प्रकाशित करने वाले पत्रकार की हत्या हो गई। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने 10 नवंबर 2003 को सीबीआई को एफआईआर दर्ज कर जांच के आदेश जारी किए। सीबीआई ने 31 जुलाई 2007 हत्या और साध्वी यौन शोषण मामले में जांच पूरी कर डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को मुख्य आरोपी बनाया। डेरा ने सीबीआई के विशेष जज को भी धमकी भरा पत्र भेजा जिसके चलते जज को भी सुरक्षा मांगनी पड़ी। इसी मामले में आज 25 अगस्त को पंचकुला की सीबीआई अदालत ने संत गुरमीत राम रहीम इंशा को दोषी क़रार दिया। इसमें  सजा पर फ़ैसला 28 अगस्त को होगा।