आप की आतिशी अब केजरीवाल की जगह संभालेंगी दिल्ली की सत्ता
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 17 सितंबर। अरविंद केजरीवाल सरकार में इकलौती वूमेन मिनिस्टर 43 साल की श्रीमती आतिशी मार्लेना सिंह अब केजरीवाल की उत्तराधिकारी और दिल्ली की नई सीएम होंगी। आप विधायक दल की बैठक में आतिशी को विधायक दल का नेता चुना गया। मंगलवार अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा तो आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। आतिशी कांग्रेस की शीला दीक्षित और भाजपा की सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।
शराब घोटाले से जुड़ी ईडी जांच में फंसे दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अऱविंद केजरीवाल जमानत पर जेल से छूटने के बाद भी सीएम के रूप में काम नहीं कर सकते थे, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की शर्तों में उन्हें अगले आदेश तक सीएम के अधिकार से वंचित रखने की शर्त भी शामिल की है। इसलिए केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देकर किसी और को दिल्ली की सत्ता सौंपने का फैसला किया। जेल से जमानत पर छूटे पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी सीएम की दौड़ से बाहर थे। इसलिए नए चेहरे की तलाश हुई। केजरीवाल की जगह उनकी पत्नी सुनीता सहित सीएम पद के कई दावेदार थे, लेकिन केजरीवाल और सिसोदिया दोनों ने आतिशी पर सबसे ज्यादा भरोसा किया। पार्टी की संसदीय मामलों की समिति की बैठक कर सीएम ने खुद मंत्रियों और विधायकों से वन टू वन चर्चा की। इसमें आतिशी के नाम पर सहमति बनी। आखिर में विधायक दल की बैठक में आतिशी को नया नेता चुन लिया गया। उनके नाम का प्रस्ताव खुद अरविंद केजरीवाल ने रखा था और उसका समर्थन मनीष सिसोदिया सहित अन्य विधायकों ने किया। नेता चयन के बाद आप के नेता उप राज्यपाल से मिलने पहुंचे, जहां केजरीवाल ने अपना इस्तीफा सौंपा और आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। उप राज्यपाल ने दोनों ही प्रस्ताव स्वीकार कर लिए।
सबसे कम उम्र की सीएम
लगभग 43 की आतिशी दिल्ली की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री होंगी। दीक्षित 60 साल की आयु में दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी थीं, जबकि स्वराज ने 46 साल की उम्र में यह पद संभाला था। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के बाद वे देश की दूसरी मौजूदा महिला मुख्यमंत्री होंगी। आतिशी वर्तमान में दिल्ली मंत्रिमंडल में सबसे अधिक विभागों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। वह वित्त, जल, शिक्षा, लोक निर्माण, बिजली, राजस्व, योजना, सेवा, कानून, सतर्कता और अन्य प्रमुख विभागों की मंत्री हैं। शीला दीक्षित, दिल्ली की सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रही थीं, जिन्होंने 1998 से 2013 तक 15 वर्षों तक यह पद संभाला था। वहीं, स्वराज का कार्यकाल 1998 में सिर्फ 52 दिनों का रहा था। आतिशी अगर नई सरकार बनने के बाद सीएम पद से हट भी जाती हैं तो भी उन्हें करीब पांचं महीने सीएम पद संभालने का मौका मिलेगा।
डमी सीएम होंगी आतिशी
आप विधायक दल ने आतिशी को भले ही अपना नया नेता चुनकर दिल्ली की सत्ता सौंपी दी, लेकिन आप के नेता ही उन्हें शपथ के पहले ही डमी सीएम साबित करने की कोशिश में लग गए हैं। जब से दिल्ली के नए सीएम के तौर पर आम आदमी पार्टी ने आतिशी के नाम पर मुहर लगाई है। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर नेता से लेकर आम यूजर तक अपनी - अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगे हैं। इस बीच स्वाति मालीवाल ने आतिशी को डमी सीएम बताते हुए एक लंबा पोस्ट लिख दिया है। सौरभ भारद्वाज ने भी आतिशी को डमी सीएम बताया है। उन्होंने कहा कि कुर्सी तो अरविंद केजरीवाल की है, उन्हें जनादेश मिला है। आप के कई अन्य नेताओं ने भी नई सीएम को डमी साबित करने की खुल्लमखुल्ला कोशिश की है।