अब नए हथियारों से आतंकियों को ठिकाने में घुसकर मारेगी भारतीय सेना

Aug 23, 2024

खरी खरी संवाददाता

नई दिल्ली. 23 अगस्त। भारतीय सेना आतंकवादियों को उनके ठिकाने पर घुस मारने के लिए दो खतरनाक हथियार लेकर आ रही है। कई बार आतंकी हमला करने के बाद किसी घर में घुस जाते हैं, जिसके बाद उन्हें 'ठिकाने' के लिए जवानों को ग्रैनेड या हथियार लेकर घर के अंदर घुसना पड़ता है, जो न केवल जान जोखिम में डालने वाला होता है, बल्कि उसके लिए काफी तैयारियां भी करनी पड़ती हैं। वहीं, भारतीय सेना ने अपनी जरूरतों को देखते हुए इन दो 'अस्त्रों' को खुद ही डिजाइन किया है। जिसके बाद आतंकियों को मार गिराने का काम ये दोनों 'हथियार' करेंगे।

भारतीय सेना ने अपनी जरूरतों को देखते हुए दो नए इनोवेशंस किए हैं। इनमें एक 'एक्सप्लोडर' और दूसरा 'अग्निअस्त्र' है। ये दोनों इनोवेशंस आर्मी डिजाइन ब्यूरो ने आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर डेवलप किए हैं। वहीं, भारतीय सेना के लिए इन दोनों प्रोडक्ट्स को निजी कंपनी बनाएगी। भारतीय सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने इन दोनों इनोवेसंस को शुक्रवार को सैन्य बलों के इस्तेमाल को लेकर बड़े पैमाने पर उत्पादन करने के लिए टेक्नोलॉजी ऑफ ट्रांसफर (टीओटी) प्रक्रिया के तहत निजी कंपनी को सौंपा। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (टीओटी) प्रक्रिया में आईआईटी दिल्ली के फाउंडेशन ऑफ इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की अहम भूमिका रही है। खास बात यह है कि आर्मी डिजाइन ब्यूरो के साथ भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स के मेजर राजप्रसाद ने अहम भूमिका निभाई है। अमर उजाला से खास बातचीत में मेजर राजप्रसाद आरएस ने बताया कि वे खुद एमटेक हैं और टेक्निकल बैकग्राउंड से आते हैं। वह बताते हैं कि इनोवेशंस लंबे समय तक चलने वाली प्रक्रिया है। वे पिछले 4 साल में सेना के लिए 10 इनोवेशंस कर चुके हैं। जिनमें से 4 सेना में इंडक्ट भी हो चुके हैं। वह बताते हैं कि स्टार्टअप इकोसिस्टम अच्छी चीज है, लेकिन उन्हें हमारी जरूरतों के बारे में जानकारी नहीं है। उनके पास स्किल्स हैं लेकिन जब तक जरूरतों के बारे में नहीं पता होगा, तो प्रोडक्ट बेहतर नहीं बन पाएगा। उन्होंने एक्सप्लोडर और अग्निअस्त्र से पहले सेना के लिए एक जनरेटर विद्युत रक्षक, और वायरलेस इलेक्ट्रॉनिक डिटेक्शन सर्विस (डब्ल्यूईडीएस) भी बनाया है, जिन्हें सेना में शामिल किया जा चुका है।