राहुल गांधी के हिंदू समाज को हिंसक कहने पर मचा सियासी बवाल
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 1 जुलाई। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान हिंदू समाज को हिंसक समाज बताकर सियासी बवाल खड़ा कर दिया है। सदन में और सदन के बाहर इस मुद्दे पर कांग्रेस के लोग जहां सफाई दे रहे हैं, वहीं एनडीए और भाजपा के लोग राहुल गांधी की आलोचना कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने तो सदन में ही राहुल गांधी की टिप्पणी का विरोध किया।
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चल रही चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एनडीए और बीजेपी के बहाने हिंदू समाज को हिंसक बता दिया। अपने भाषण के दौरान उन्होंने सत्ता पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप हिंदू नहीं हो, क्योंकि आप हिंसा का साथ देते हो। राहुल गांधी ने कहा कि मोदीजी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। इसका कारण है, हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है। हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं। फिर वे एऩडीए सांसदों की ओर देखते हुए बोले कि दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा.. नफरत-नफरत-नफरत करते हैं। आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सीट से उठकर इस बयान की निंदा की और कहा कि ये विषय बहुत गंभीर है। हिन्दू समाज को हिंसक समाज कहना ठीक नही हैं। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। हिन्दू हिंसा नहीं फैला सकता, वह डर और नफरत नहीं फैला सकता है। राहुल गांधी की टिप्पणी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जो लोग गर्व से हिन्दू कहते हैं क्या वो हिंसक हैं। विपक्ष के नेता को माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी ने हिन्दुओं को हिंसक कहा है। इसके बाद सदन में राहुल गांधी का भाषण और हंगामा जारी रहा। प्रधानमंत्री को दोबारा अपनी सीट से खड़ा होना पड़ा और उन्होंने कहा कि मुझे संविधान ने सिखाया है कि विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेना चाहिए।स्पीकर ने भी राहुल गांधी को टोका और कहा कि आप नीतियों पर बात करिए। अगर आप की पार्टी यह सब ठीक मानती है तो मुझे कुछ नहीं कहना है।
राहुल गांधी के इस भाषण को लेकर सदन के भीतर तो हंगामा हुआ ही सदन के बाहर भी सियासी घमासान मच गया। कांग्रेस के नेता इस मुद्दे पर सफाई देते नजर आए। प्रियंका गांधी ने कहा कि उनका भाई कभी हिंदू समाज के खिलाफ नहीं बोल सकता है। उन्होंने कहा कि राहुल ने भाजपा वालों पर टिप्पणी की है, हिंदू समाज पर नहीं की है। वहीं भाजपा और एनडीए के कई नेताओं ने राहुल गांधी की आलोचना की। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने राहुल के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि राहुल को देश और हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए।