BIHAR POLITICS: नितीश एनडीए सरकार के सीएम, बीजेपी के 2 डिप्टी सीएम

Jan 28, 2024

 

खरी खरी संवाददाता

पटना, 28 जनवरी। अबकी बार चार सौ पार के नारे के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी के टाप टारेगट बिहार में एक बार फिर सत्तारूढ़ गठबंधन बदल गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने आरजेडी का साथ छोड़कर फिर से बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए का दामन थाम लिया है। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद वे एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बन गए। एनडीए की सरकार में सीएम के साथ दो डिप्टी सीएम और छह कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली।

सुशासन बाबू कहे जाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने आखिरकार लालू यादव का साथ छोड़ दिय़ा।आरजेडी और जदयू की महागठबंधन सरकार के मुखिया नितीश कुमार एक बार फिर एनडीए सरकार के मुखिया बन गए हैँ। रविवार को राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने नितीश कुमार को सीएम पद की शपथ दिलाई। वे नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। उनके साथ दो डिप्टी सीएम और छह कैबिनेट मिनिस्टर ने भी राजभवन में शपथ ली है। शपथ लेने वालों में सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ विजय चौधरी बिजेंद्र प्रसाद यादव डॉ. प्रेम कुमार श्रवण कुमार और संतोष मांझी और सुमित सिंह शामिल हैं। डिप्टी सीएम बने सम्राट चौधरी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं। कुशवाहा समुदाय से आने वाले सम्राट चौधरी दिग्गज नेता सकुनी चौधरी के पुत्र हैं। दूसरे डिप्टी सीएम विजय सिन्हा लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक हैं। भूमिहार समुदाय के विजय सिन्हा पहले बिहार विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं।

 छह कैबिनेट मंत्री

 कैबिनेट मंत्री विजय चौधरी सरायरंजन (समस्तीपुर) विधानसभा से जदयू के विधायक हैं। वह नीतीश के करीबी माने जाते हैं। वह पिछली सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, विजय चौधरी भूमिहार समुदाय से आते हैं। दूसरे कैबिनेट मेंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव सुपौल से जदयू विधायक हैं। वह जदयू के दिग्गज नेता माने जाते हैं। बिजेंद्र प्रसाद यादव समुदाय से आते हैं।तीसरे कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेम कुमार गया टाउन से भाजपा विधायक हैं। वह चंद्रवंशी समाज से आते हैं। चौथे कैबिनेट मंत्री श्रवण कुमार नालंदा विधानसभा से जदयू विधायक हैं। वह कुर्मी समाज से आते हैं। पांचवे कैबिनेट मंत्री बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन मांझी  हैं। वह मुसहर जाति से आते हैं। छठवें कैबिनेट मंत्री सुमित कुमार सिंह जमुई से निर्दलीय विधायक हैं। वह पहले भी नीतीश कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं। सुमित सिंह राजपूत समुदाय से आते हैं।  गौरतलब है कि कुछ दिन पहले से ही आरजेडी और जेडीयू के बीच रिश्तों में तल्खी आना शुरू हो गई थी। यही वजह थी कि कुछ दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा परिवारवाद को लेकर की गई टिप्पणी के बाद राज्य में सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन' में दरार की अटकलें लगने लगी थीं। हालांकि आरजेडी और जदयू दोनों की ओर से इस पर सफाई दी गई थी। भाजपा किसी भी हाल में इस बार बिहार पर कब्जा जमाना चाहती है। इसके लिए उसने कई सियासी दांव खेले हैं। सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाना, एमपी के सीएम मोहन यादव को बिहार में सक्रिय करना और बिहार के जननाययक कहे जाने वाले कर्पुरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाना बड़े दांव हैं। बीजेपी के बढ़ते कदमों के साथ कदमताल करने में ही नितीश कुमार ने अपनी भलाई समझी और लोकसभा चुनाव के पहले बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन बदल गया, लेकिन नितीश की कुर्सी बची है।