सीएम शिवराज और पूर्व कमलनाथ के बीच सियासी बयानबाजी तेज हुई  

Apr 07, 2023

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 7 अप्रैल। मध्यप्रदेश में चुनाव की आहट नेताओं के बयानों में साफ दिखाई पड़ने लगी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान औऱ कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के बीच सियासी जंग तो हर सीमा लांघ रही है। दोनों के बयानों में कड़वाहट दिखाई पड़ने लगती है। दोनों नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। कई बार तो ऐसा लगता है कि चुनाव आचार संहिता लगने के पहले दोनों नेता एक दूसरे को जमकर कोस लेना चाहते हैं।

 कांग्रेस नहीं चाहती एमपी में शांति रहेः शिवराज

मित्रों अपना मध्य प्रदेश शांति का टापू है। प्रेम, स्नेह और सद्भाव के साथ मध्य प्रदेश की जनता रहती है।

आपने देखा रामनवमी हो या हनुमान जयंती हो पूरे प्रदेश में ना केवल शांति बल्कि सौहार्द और सद्भाव के साथ मनाई गई लेकिन कांग्रेस को ये रास नहीं आ रहा।

कांग्रेस चाहती है कि मध्यप्रदेश शांति का टापू ना रहे यहां दंगे, फसाद हों।

मुझे तो आश्चर्य होता है कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता, पूर्व मुख्यमंत्री जब 2018 में मुख्यमंत्री नहीं थे चुनाव के पहले तब भी ये कह रहे थे और जोर-जोर से कह रहे थे कि मुसलमानों के पोलिंग बूथ पर 90% वोट क्यों नहीं डलते, वोट डलवाओ नहीं तो नुकसान हो जाएगा।

उस समय का वीडियो दुनिया ने देखा है कि वो केवल वोटबैंक मानकर के काम करते हैं। क्या वोट के लिए लोगों को भड़काया जाएगा, धर्मों में और जातियों में?

अभी परसों की घटना है कमलनाथ रोजा इफ्तार के समय फिर कह रहे हैं इस साल दंगे भड़क रहे हैं प्रदेश में...अरे कहाँ मध्यप्रदेश में दंगे भड़क रहे हैं? कहाँ मध्यप्रदेश में अशांति है? लेकिन वोटों की भूख में आप इतने पागल हो गए हैं कि मध्यप्रदेश को झोंकना चाहते हैं, आप अशांति और वैमनस्य की खाई में? क्या आप मन ही मन कामना करते हैं कि दंगे भड़क जाएं?

जब कोविड था तब भी ये शवों को देखकर प्रसन्न होते थे, लाशों को देखकर आनंदित होते थे।

ये राजनीति की स्तरहीनता मध्यप्रदेश का भला नहीं करेगी। हमने देखा रामनवमी पर भी, हनुमान जयंती पर भी हमारे मुस्लिम भाइयों ने भी कई जगहों पर पुष्पों की वर्षा की ये सद्भाव आपको ठीक नहीं लग रहा लेकिन आप कुछ भी कर लें मध्यप्रदेश को दंगो की आग में हम झोंकने नहीं देंगे अमन और चैन यहां कायम रहेगा।

 भाजपा सरकार षड़यंत्र कर रही - कमलनाथ

 शिवराज जी कुछ दिन पहले आप मेरा अंत करना चाहते थे और आज आपने मुझे पागल कहा है। पूरी दुनिया देख रही है कि मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसी हरकतें कर रहा है? उसके भीतर की सारी सभ्यता, मर्यादा और संस्कार समाप्त हो चुके हैं। वह सड़क छाप गुंडों की भाषा बोल रहा है।

मुझे अपने अपमान की फिक्र नहीं है। मैं तो पिछले 44 साल से मध्य प्रदेश की जनता की सेवा कर रहा हूं और आखिरी सांस तक करता रहूंगा।

लेकिन मुझे दुख इस बात का है कि मध्य प्रदेश जैसे महान राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर ऐसे कुंठित विचारों वाला व्यक्ति बैठा है। ऐसे व्यक्ति का मुख्यमंत्री होना प्रदेश की 8 करोड़ जनता का अपमान है।

लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आप का षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा। शिवराज जी मध्य प्रदेश शांति का टापू था और रहेगा। लेकिन आपने अपने 18 साल के कुशासन में मध्यप्रदेश की शांति भंग कर दी है। जब आप सुबह मीडिया से मुखातिब होकर मुझे गालियां दे रहे थे, तब भी मुख्यमंत्री आवास के बाहर हजारों कर्मचारी आप के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। आपने नौजवानों से रोजगार छीन लिया है, किसानों से उपज का सही मूल्य छीन लिया है, बहनों से उनकी सुरक्षा छीन ली है, अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासियों से सामाजिक न्याय छीन लिया है, पिछड़ा वर्ग से कांग्रेस का दिया आरक्षण छीन लिया है, सामान्य वर्ग से विकास की संभावनाएं छीन ली हैं। आपने हर वर्ग के जीवन से सुख शांति का हरण कर लिया है। आपने 18 साल में पूरी एक पीढ़ी बर्बाद कर दी है। इतिहास आपको कभी माफ नहीं करेगा।