दो पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों के बेटे पार्टी हाईकमान के बजाय राम भक्तों के साथ
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 13 जनवरी। कांग्रेस हाईकमान ने भले ही अयोध्या में श्रीराम रामंदिर के उद्घाटन और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण ठुकरा दिया हो, लेकिन कांग्रेस के कई नेता हाईकमान के बजाय रामभक्तों के साथ खड़े हैं। कांग्रेस के दो दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे हाईकमान के फैसले के विपरीत प्राण प्रतिष्ठा समारोह मे शामिल होने जा रहे हैं। दोनों रामभक्त मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ के सांसद पुत्र नकुल नाथ और हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम वीर भद्र सिंह के विधायक मंत्री बेटे विक्रमादित्य सिंह है।
श्रीराम जन्मभूमि न्यास ने रामभक्तों की उम्मीदों के विपरीत कांग्रेस के दिग्गज नेताओँ को भी प्राणप्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का आमंत्रण भेजा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन ने आमंत्रण ठुकरा दिया। उनका तर्क है कि प्राणप्रतिष्ठा समारोह आर.एस.एस. औऱ बीजेपी का सियासी इवेंट बन गया है। कांग्रेस हाईकमान का यह फैसला राम भक्तों को ठेस पहुंचाने वाला बन गया। इन रामभक्तों में कांग्रेस के भी कई नेता शामिल हैं। कई नेताओं ने खुले आम हाईकमान के फैसले की आलोचना की है। वहीं कांग्रेस के दो दिग्गज परिवारों की वर्तमान पीढ़ी ने इस फैसले के खिलाफ जाकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का फैसला लिया है। इनमें नकुल नाथ छिंदवाड़ा से कांग्रेस के सांसद हैं। उनके पिता कमलनाथ देश के वरिष्ठतम राजनेता होने के साथ, गांधी परिवार के साथ कई पीढ़ियों से जुड़े हैं। वे छिंदवाड़ा से कई बार सांसद, केंद्र में कई बार मंत्री और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। दूसरे युवा नेता विक्रमादित्य सिंह के पिता वीर भद्र सिंह 6 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनका तीन साल पहले निधन हो गया। विक्रमादित्य की मां प्रतिभा सिंह हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष और कांग्रेस सांसद हैं। विक्रमादित्य खुद हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। विक्रमादित्य की दलील है कि उनके पिता का राम जन्मभूमि से बहुत लगाव था। मंदिर में जाना कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। ये उनका निजी मामला है। पार्टी से इसका कोई सरोकार नहीं है। भगवान राम में उनकी आस्था है। इसलिए वे इस ऐतिहासिक अवसर पर अयोध्या अवश्य जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए न्योता देने पर उन्होंने आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद को धन्यवाद भी दिया है।