चुनाव से पहले जयस को बिखरने से रोकने की कवायद सफल रही

May 02, 2023

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 2 मई। आने वाले विधानसभा चुनाव में आदिवासी वोट बैंक की ताकत दिखाने के लिए आदिवासी युवाओं के संगठन जयस के सभी गुटों में एका हो गया है। पिछले दिनों धामनोद में हुई गोपनीय बैठक में जयस के सभी गुटों के नेता शामिल हुए और पंद्रह सूत्रीय समझौता तैयार हुआ जिसे सभी ने मान लिया।

जयस ने साल 2018 के चुनाव के पहले अपनी ताकत का अहसास करा दिया था। इसके चलते जयस के मुखिया डा हीरालाल अलावा को कांग्रेस ने अपनी ओऱ कर लिया। डा अलावा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बन गए लेकिन जयस काम पूर्व की तरह ही करते रहे। संगठन बढ़ती सियासी ताकत के चलते विवाद बढ़ने लगे और अंततः टूट की नौबत आ गई। इसलिए यह बैठक आयोजित कर संगठन को मजबूत बनाए रखने की कवायद की जा रही है। धामनोद में एक गोपनीय बैठक हुई जिसमें 15 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर संयुक्त जयस संगठन को खड़ा किया गया। अब विधानसभा चुनाव 2023 में यह संगठन एक बार फिर विधानसभा चुनाव 2018 की तरह अपनी ताकत के सहारे राजनीतिक दलों के लिए आदिवासियों के हितों पर ध्यान देने का दबाव बनाएगा जो कुछ समय पहले तक इसके टूटने के आसार दिखाई देने से कमजोर दिखाई रहा था। आईए बताते हैं क्या हुआ गोपनीय बैठक में और कौन कौन महत्वपूर्ण आदिवासी युवा इसमें शामिल हुए। बैठक की चर्चा वहां से बाहर लीक नहीं होने के लिए जयस नेताओं ने मोबाइल तक प्रतिबंधित कर दिए थे। बैठक में जो नेता शामिल हुआ उसका मोबाइल बैठक स्थल के बाहर जमा करा लिया गया था। इससे कारण बैठक के वीडियो वायरल नहीं हो सके। बैठक में कांग्रेस विधायक डॉ. हीरा अलावा, विक्रम आछलिया, डॉ अभय, महेंद्र कन्नौज, लोकेश मुझालदा, गौरव चौहान, शिवभानु मंडलोई, साहेबसिंह कलम, सीमा वास्केल, लालसिंह बर्मन, रविराज बघेल, लक्ष्मणसिंह डिंडोर, अंतिम मुजाल्दा, परमार जी, नितेश अलावा, चेतन इंद्रा पटेल, राहुल बामनिया, विजय चोपड़ा, ओमकार कटारा, राजू पटेल, संगीता चौहान, फाउंडर मेंबर जो जय आदिवासी युवा शक्ति जयस संगठन में जुड़े हैं मौजूद थे आगामी 16 मई को जय आदिवासी युवा शक्ति जयस संगठन के 10 वर्ष पूर्ण होने पर स्थापना दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई गई और कमेटी के सदस्य ने दोनों गुट को बिठाकर निकाला समाधान अंतिम मुझालदा, नितेश अलावा, विजय चोपड़ा, चेतन पटेल आदि लोग मौजूद रहे।