खुद को टेम्प्रेरी सीएम बताकर शिवराज ने खेला उपचुनाव में इमोशनल दांव 

Sep 22, 2020

 खरी खरी संवाददाता 

भोपाल, 22 सितंबर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुआवसरा की सभा में वोट के लिए बड़ा इमोशनल दांव खेल दिया। उन्होंने फिलहाल खुद को टेम्प्रेरी मुख्यमंत्री बताते हुए लोगों से भाजपा को जिताने की अपील ताकि वे परमानेंट मुख्यमंत्री बन सकें। इस सीट से शिवराज कैबिनेट में मंत्री हरदीप सिंग डंग भाजपा प्रत्याशी होंगे जो कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में आएं हैं। सीएम की यह इमोशन अपील सियासी खेल का हिस्सा बन गई है। कांग्रेस इस अपील को ही चुनावी मुद्दा बना रही है। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों चुनावी सभाओं में व्यस्त हैं। आम तौर पर वे इन सभाओं में कमलनाथ सरकार की विफलताओं की कहानी सुनाते हैं और उन पर तमाम आरोप लगाते हुए उन्हें ही उपचुनाव के लिए जिम्मेदार ठहरा देते हैं। उनका दावा रहता है कि अगर कमलनाथ सरकार ने अपने ही सभी विधायकों के क्षेत्रों में ठीक से विकास किया होता तो शायद उनके विधायक उनका साथ नहीं हो छोड़ते। और तब उपचुनाव की नौबत ही नहीं आती है। हर सभा में विकास को मुद्दा बनाने वाले शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर जिले के सुआ‍वसरा विधानसभा क्षेत्र में इस ट्रैक से हटकर बात की। उन्होंने वहां से भाजपा के भावी प्रत्याशी हरदीप सिंह डंग को जिताने की अपील करते हुए कह दिया कि वे अभी टेम्प्रेरी सीएम हैं, डंग जीतेंगे  तभी वे परमानेंट सीएम हो पाएंगे। कांग्रेस उपचुनाव के परिणाम से जोड़़कर देख रही है। उसका दवा है कि उपचुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी इसलिए शिवराज खुद को टेम्प्रेरी सीएम बता रहे हैं।

कांग्रेस की इस टिप्पणी का भाजपा खुला विरोध करते हुए मुख्यमंत्री की सहजता का गुणगान कर रही है। भाजपा का दावा है कि यह मुख्यमंत्री की सहजता है कि स्पष्ट बहुमत वाली सरकार होने के बाद भी ‍अपने आप को तब तक टेंप्रेरी मान रहे हैं जब तक कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा के साथ आने वाले नेता फिर से विधायक नहीं बन जाते हैं। भाजपा का दावा है कि 28 सीटों के उपचुनाव का परिणाम आने के बाद शिवराज सच में परमानेंट सीएम हो जाएंगे।  

टेंप्रेरी और परमानेंट सीएम की इस जुमलेबाजी में उन सियासी घोषणाओं की कोई बात नहीं कर रहा है जिनकी दम पर पार्टियां पिछला चुनाव जीती थीं। मुख्यमंत्री का भाषण भी इस बात के संकेत देता है कि भाजपा आने वाले उपचुनाव में अपने मुद्दे क्षेत्रों की जरूरत के अनुसार तय करेगी।