अब राहुल गांधी के स्टोव में कोयला डालकर चाय गर्म करने के तर्क पर मचा घमासान
खरी खरी संवाददाता
गुवाहाटी, 25 जनवरी। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के विवादित बयानों से पार्टी के मीडिया तंत्र को बड़ी दिक्कत होने लगी है। कभी आलू से सोना बनाने और कभी ट्रांसफार्मर जैसे बड़े उपकरण बनाने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भेल में मोबाइल बनाने का तकर् देने वाले राहुल गांधी ने अब स्टोव में कोयला डालकर चाय बनाने का तर्क दिया है। उनका यह बयान सोशल मीडिया में वाइरल हो रहा है। विरोधी दल उनके बयान पर तंज कस रहे हैं और कांग्रेस उनके बचाव में जुटी है।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल बोलते हैं, सुबह उठते हो, चाय गरम करने के लिए स्टोव में कोयला डालते हो, उसको जलाते हो। 13 सेकंड का यह वीडियो असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा में इस समय असम में हैं। इस वीडियो पर चुटकी लेते हुए हिमंत ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, स्टोव पर कोयला? आपके आलू से सोना बनाने वाली बात से हम उभर ही रहे थे कि आपने स्टोव में कोयला डालकर हमें असमंजस में डाल दिया। देखते ही देखते ही यह वीडियो टीका टिप्पणी का केंद्र बन गया। मध्यप्रदेश भाजपा ने भी इस पर तंज कसा है। पार्टी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने इसे राहुल गांधी का नया अविष्कार करार दिया है। इस मुद्दे पर सियासी बवाल मच गया है। भाजपा प्रवक्ता के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि कोयला वाला स्टोव असम के सीएम को भेज दिया गया है, अगर भाजपा प्रवक्ता को चाहिए तो उन्हें भी भेजा सकता है।कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 25 जनवरी को बंगाल के कूच बिहार जिले के बक्शिरहाट से पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गई। राहुल गांधी शहर के मां भवानी चौक से पदयात्रा का नेतृत्व करेंगे। यात्रा 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश कर जाएगी। हालांकि, 31 जनवरी को यात्रा दोबारा मालदा से बंगाल में घुसेगी। बंगाल में यात्रा जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर, दार्जिलिंग, मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों से गुजरेगी। यात्रा बंगाल में कुल पांच दिनों तक चलेगी, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी छह जिलों और छह लोकसभा सीटों में जाएंगे।