अब सरकार के कानून से संचालित होंगे प्रदेश के 6 बड़े मंदिर
खरी खरी संवाददाता भोपाल, 21 दिसंबर। मध्यप्रदेश के छह प्रमुख मंदिर अब ट्रस्ट के बजाय राज्य सरकार के एक कानून से संचालित होंगे। इसके लिए विधानसभा ने मप्र विनिर्दिष्ट मंदिर विधेयक 2019 पारित किया है। इस विधेयक में इन मंदिरों के संचालन संबंधी नियम तय किए गए हैं। इस विधेयक के अधीन उज्जैन के महाकाल मंदिर, सीहोर के सलकनपुर देवी मंदिर, खंडवा के दादाजी दरबार, छिंदवाड़ा के जाम सांवली हनुमान मंदिर, इंदौर के खजराना गणेश...
श्रीगुरुनानक जी की स्मृति में जबलपुर में बनेगा संग्रहालय और शोध संस्थान
खरी खरी संवाददाता भोपाल, 2 नवंबर। श्री गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व पर जबलपुर में 20 करोड़ की लागत से श्री गुरुनानक देव जी की स्मृति में सिख संग्रहालय और शोध केंद्र बनाया जाएगा। इसके साथ ही श्री गुरुनानक देवजी की यादों से जुड़े प्रदेश के छह प्रमुख सिख धर्म स्थलो को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 12 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। यह जानकारी मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने श्री...
संतों को कुटिया, आश्रम, मंदिर, गौशाला का स्थायी पट्टा देने की योजना
खरी खरी संवाददाता भोपाल, 17 सितंबर। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि जिन संतों की कुटिया आश्रम, मंदिर एवं गौ-शाला हैं, उन्हें स्थाई पट्टा देने पर सरकार विचार करेगी। मुख्यमंत्री आज यहा मिंटो हॉल में अध्यात्म विभाग द्वारा आयोजित संत समागम सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में बड़ी संख्या में प्रदेश भर से आए साधु-संत शामिल हुए। प्रारंभ में सम्मेलन में सभी संतों की ओर से आशीर्वाद स्वरूप कम्प्यूटर बाबा ने मुख्यमंत्री...
मन्नत पूरी होने पर इस मंदिर में करवाया जाता है बेड़नियों का नृत्य
खरी खरी संवाददाता अशोकनगर, 25 मार्च। मध्यप्रदेश का छोटा सा जिला अशोकनगर अपने आप में कोई विशेष पहचान नहीं रखता है। लेकिन रंगपंचमी के मौके पर इसकी ख्याति सिर्फ मध्यप्रदेश नहीं बल्कि आसपास के राज्यों में भी फैल जाती है। इसका कारण है यहां करीला स्थित जानकी मंदिर में लगने वाला मेला। इस मेले की खासियत यह है कि यहां मानी गई मन्नत पूरी होने पर भक्त बेड़नियों (बुंदेलखंड की पारंपरिक नृत्यांगनाएं) का नाच करवाते...
महाकाल का अभिषेक अब सिर्फ आरओ जल से
उज्जैन, 28 अक्टूबर। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर देश की आस्था के केंद्र उज्जैन स्थित ज्योर्तिलिंग बाबा महाकाल के मंदिर में आज से भोलेनाथ की पूजा की विधि बदल गई। सुबह की भस्म आरती के दौरान शिवलिंग को पूरी तरह सूती कपड़े से ढंका गया और अभिषेक के लिए आरओ वाटर का इस्तेमाल किया गया। शिवलिंग का क्षरण रोकने के लिए विशेषज्ञों की समिति के सुझाव पर सुप्रीम कोर्ट ने पूजन की विधि में बदलाव...
देवी उपासना के कई केंद्र हैं मध्यप्रदेश में
देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश पर माता की विशेष कृपा है। एक ही राज्य में इतने उपासना केंद्र होना , इस बात का प्रमाण भी है। माँ पीताम्बरा पीठ दतिया, मैहर (सतना) का शारदा मां मंदिर, देवास की टेकरी वाली माता,भादवा माता( नीमच), रायसेन की कंकाली मां, माता परवलिया, राजगढ़ का जालपा धाम अद्भुत आस्था के प्रतीक हैं। सागर जिले के रानगिर के हरसिद्धी देवी मंदिर की भी विशेष मान्यता है.रायसेन से सांकल गुदावल पैदल...
घर बनवाते समय दिशा मंत्रों से दूर करें वास्तु दोष
घर बनवाते समय जाने अनजाने ऐसी गलती हो जाती है जिससे घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो जाता है। इसके अलावा कई बार घर की साज सजावट और घर में रखे सामानों से भी वास्तु दोष उत्पन्न हो जाता है। वास्तु दोष का असर कम करने के लिए वास्तु में कई उपाय बताए गए हैं, इनमे से एक है वास्तु मंत्र। वास्तु दोष दूर करने के लिए इन 8 मंत्रों की भी मदद ली जा...
श्रीकृष्ण के साथ है आठ के अंक का महत्व
अनादि, अनंत, अखंड, अक्षेद, अभेद कहे जाने वाले भगवान श्रीकृष्ण के साथ आठ का अंक बहुत महत्व रखता है। उनका जन्मोत्सव भी अष्टमी को मनाया जाता है। अत्याचारियों का विनाश करने के लिए धरती पर अवतार लेने वाले श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर कर्म तक आठ के अंक की महत्ता बनी रही। भगवान श्रीकृष्ण के रूप में भगवान विष्णु का धरती पर आठवां अवतार था। इसलिए भी आठ का अंक श्रीकृष्ण के जीवन में विशेष...
सारे पापों को नष्ट करता है बेलपत्र
सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की मन से आराधना सारे पापकर्मों को नष्ट कर अभीष्ट फल प्रदान करती है। इसलिए भोलेनाथ की भक्त सावन में पानी की झड़ी होने के बाद विधि विधान से करनी चाहिए। शिवजी को अर्पण के लिए बेल पूजन में बेल पत्र अथवा विल्ब पत्र अवश्य शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि शिवशंकर औढ़रदानी को बेल पत्र बेहद पसंद हैं। शिवजी को बेलपत्र चढ़ाने से तीन युगों के पाप नष्ट हो...
हिंगलाज माता मंदिर: पाकिस्तान में है शक्ति पीठ
हिंदू धर्मावलंबियों की आस्था के प्रमुख केंद्र 51 शक्ति पीठों में से एक पाकिस्तान में है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान राज्य में हिंगोल नदी के समीप हिंगलाज क्षेत्र में स्थित हिंगलाज माता मंदिर हिन्दू भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र और प्रधान 51 शक्तिपीठों में से एक है। हिंगोल नदी और चंद्रकूप पहाड़ पर स्थित है। सुरम्य पहाड़ियों की तलहटी में स्थित यह मंदिर इतना विख्यात है कि यहां वर्ष भर मेले जैसा माहौल रहता है।...