सीएम साब.. कोई माई का लाल यह सियासी गणित नहीं बदल सकता
सुमन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि कोई माई का लाल पदोन्नति में आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता है। उनकी इस घोषणा में भले ही समय के साथ बदलाव हो जाए, लेकिन इस तरह की घोषणाओं के पीछे सियासत का जो गणित होता है, उसे सच में कोई माई का लाल न तो बदल सकता है और न ही बदलने की हिम्मत कर सकता है। पदोन्नति में आरक्षण का...
कमलनाथ की सक्रियता कितना रंग लाएगी
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश से राज्य सभा की एक सीट पूरी रणनीति के साथ जीतकर इस बात का संकेत दे दिया है कि वह 2018 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। राज्यसभा के चुनाव में देश के जाने माने वकील विवेक तनखा को जितवाने के लिए कांग्रेस के नेताओँ ने जिस तरह एकजुटता दिखाई वह बीते करीब 12 साल में पहली बार देखने को मिली है। नहीं तो... यही विवेक तनखा 2006 में...
राबर्ट वाड्रा का साथ नहीं छोड़ रहे विवाद
नई दिल्ली। कांग्रेस की सुप्रीमो सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा और विवादों का शायद चोली दामन का साथ हो गया है। कांग्रेस के हाथ से देश की और कई राज्यों की सत्ता चली गई, लेकिन सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका के पतिदेव राबर्ट वाड्रा का साथ विवाद नहीं छोड़ रहे हैं। रिपोर्टों के मुताबिक रॉबर्ट वाड्रा का संबंध कथित तौर पर हथियारों के एक विवादित सौदेबाज़ से है और दोनों के बीच ईमेल भेजे...
रुद्राभिषेक से शिव को प्रसन्न करें
भगवान शंकर कल्याणकारी हैं। उनकी पूजा,अराधना समस्त मनोरथ को पूर्ण करती है। हिंदू धर्मशास्त्रों के मुताबिक भगवान सदाशिव का विभिन्न प्रकार से पूजन करने से विशिष्ठ लाभ की प्राप्ति होती हैं। यजुर्वेद में बताये गये विधि से रुद्राभिषेक करना अत्यंत लाभप्रद माना गया हैं। लेकिन जो व्यक्ति इस पूर्ण विधि-विधान से पूजन को करने में असमर्थ हैं अथवा इस विधान से परिचित नहीं हैं वे लोग केवल भगवान सदाशिव के षडाक्षरी मंत्र-- ॐ नम:शिवाय का...
पवित्र और पुण्य-प्रदायिनी है क्षिप्रा
भारतीय संस्कृति के विकास में नदी-नालों, झरनों, तड़ागों तथा अन्य जलीय-स्थलों का अमूल्य योगदान रहा है। अवन्ती के सिंहस्थ महापर्व का क्षिप्रा के अमृतमय जल से अन्योन्याश्रित संबंध है। प्राचीन-काल में इस क्षेत्र में क्षिप्रा, नीलगंगा, गंधवती तथा नवनदी पवित्र जल की प्रवाहिणी थीं। प्रत्येक धार्मिक कृत्य के पूर्व इनमें स्नान कर देह शुद्धि जरूरी थी। वर्तमान में गंधवती एक नाले के रूप में प्रवाहित है, परन्तु नीलगंगा एवं नवनदी के अस्तित्व का ज्ञान नहीं...
सिविल सर्विस डे पर हुई कार्यशाला
भोपाल। सिविल सर्विस डे के मौके पर प्रशासन अकादमी में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रदेश के मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जन-कल्याण तथा राज्य के विकास के लिए लोक सेवक समर्पण और कर्त्तव्य निष्ठा से कार्यरत है। इन प्रयासों से अर्जित गर्व को अनुभव करने और अभिव्यक्त करने के लिए ही सिविल सर्विस डे मनाया जाता है। श्री डिसा ने कहा कि आज का दिन शासकीय...
इनका बलिदान क्या बेकार जायेगा? वैलंटाइन डे पर सवाल !
वीरेन्द्र जैन चाहे आईएसआईएस द्वारा येज़दियों की हत्याएं हों, बोकोहराम में एक साथ दो हजार हत्याएं हों, पेशावर में बच्चों के स्कूल में की गयी नृशंस हत्याएं हों, या पेरिस में कार्टून पत्रिका शार्ली एब्दो के कार्यालय में एक साथ की गयी हत्याएं हों, इन पर सारी दुनिया के साथ हमारी संवेदनाएं जागना भी स्वाभाविक हैं। ये हमारी मानवीयता की परिचायक हैं, और इन्हीं संवेदनाओं के रहते हुये ही दुनिया रहने लायक बनती है, हम...
चीन के कांधे पर हाथ रखकर एपल हुआ सफल
डॉ. महेश परिमल इस समय एपल के मुनाफे का रिंगटोन पूरी दुनिया में डंका बजा रहा है। आईटी के क्षेत्र में मुनाफे के नाम पर पूरे कार्पोरेट क्षेत्र को हिला देने वाली एपल कंपनी का मुनाफा 697.9 अरब डॉलर है। दूसरी ओर भारत की शेयरबाजार की बड़ी 20 कंपनियों का कुल मुनाफा 697.2 अरब डॉलर है। इससं यह संकेत मिलते हैं कि भविष्य में डेस्कटॉप और लेपटॉप का मार्केट टूटेगा और मोबाइल का साम्राज्य बढ़ेगा।...
न्यायपालिका में 'अच्छे दिन' ला पाएंगे मोदी?
नई दिल्ली, 6 जून | क्या बदलाव की आंधी सिर्फ सत्ताधारी दल के बदलने तक ही सीमित रहेगी, या उसका असर न्यायपालिका में भी दिखेगा? यह लाख टके का सवाल न्यायपालिका की मौजूदा हालत को देखते हुए उठ रहा है। न्यायपालिका में विभिन्न स्तरों पर 3.3 करोड़ से अधिक लंबित मामले, 19238 स्वीकृत अधीनस्थ न्यायालयों में 4,296 अदालतों में रिक्ति और उच्च न्यायालयों में 906 न्यायधीशों के स्वीकृत पदों में से 266 पद रिक्त हैं। ...
क्या है आदर्श आचार संहिता
मौसम चुनावी है और कई जगहों पर नेताओं पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपों और मामलों की चर्चा है। आइए जानते हैं आदर्श चुनाव संहिता के बारे में: कब होती है लागू जिस दिन चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करता है, उसी दिन से आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है। सामान्य - कोई भी पार्टी या उम्मीदवार ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं हो सकते, जिसके कारण अलग-अलग जाति, समुदाय या...