मध्यप्रदेश की ग्लोबल इमेज बनाएगा आइफा अवार्ड- कमलनाथ
हिंदी सिनेमा की इंद्रधनुषी दुनिया को हिंदुस्तान की कला, संस्कृति, संस्कारों और साहित्य का प्रतिबिंब माना जाता है। फिल्म जगत की हस्तियों ने एक बार ये मानस बनाया कि भारत के गौरवशाली इतिहास और सुनहरे भविष्य को हर हाल में विश्वभर में रेखांकित किया जाना चाहिए, ताकि भारत की साख को दुनिया में स्थापित किया जा सके और ये महती जिम्मेदारी आईफा को सौंपी गई। नई सदी 2000 में अवार्ड की बुनियाद यूनाइटेड किंगडम के...
मेहनती लोगों का मध्यप्रदेश नई उड़ान क्यों नहीं भर सकता ? - कमल नाथ
मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएँ । हम सबके लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है। मैं उन सभी बंधुओं को भी हार्दिक बधाई देता हूँ जो विदेशों में बस गए हैं और अपने प्रदेश की खूबसूरत वादियों और सुनहरे पलों को याद करते हैं। मैं उन सबको भी नमन करता हूँ, जिन्होंने मध्यप्रदेश के निर्माण में अपूर्व योगदान दिया है और उत्साहपूर्वक राज्य के नवनिर्माण में जुटे हुए हैं। मध्यप्रदेश...
आज भारत को महात्मा की ज्यादा जरूरत है: कमलनाथ
वे लोग महान है जिन्होंने इस धरती पर महात्मा गांधी को देखा और सुना था। महात्मा गांधी जैसा व्यक्तित्व सदियों में जन्म लेता है। महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने सच कहा था कि - आने वाली पीढ़ियाँ शायद ही वह विश्वास करें कि इस धरती पर गांधीजी जैसा हाड़-मांस का पुतला कभी चलता था। आज पूरा देश गांधी जी की 150वीं जयंती मना रहा है। यह हम सब के लिए अभूतपूर्व अवसर है। सिर्फ भारत...
आने वाले कई सालों तक किवदंती बने रहेंगे बाबूलाल गौर
अजय त्रिपाठी जिंदगी के नौ दशक बिताकर फानी दुनिया को अलविदा कहने वाले मध्यप्रदेश की सियासत के दिग्गज नेता बाबूलाल गौर आने वाले कई सालों तक किवदंती बने रहेंगे। एक शराब कंपनी के अदने से मजदूर से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक का उनकी जिंदगी का सफर किसी परीकथा से कम नहीं है। शून्य से शिखर तक पहुंचने के उनके सफर में हर मोड़ पर दिलचस्प किस्सागोई भरी है। कैसे..उत्तरप्रदेश के छोटे से गांव का...
मोदी का प्रण पूरा- व्यर्थ नहीं गया डा. मुखर्जी का बलिदान
कैलाश विजयवर्गीय कश्मीर के लाल चौक में अब शान से फहरायाएगा तिरंगा। पूरे जम्मू-कश्मीर में अब तिरंगा ही फहराएगा। नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के जम्मू-कश्मीर से धारा 370 समाप्त करने के फैसले से 23 जून 1952 में देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की बलि देने वाले जनसंघ के अध्यक्ष डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने 28 साल पहले 26 जनवरी 1992...
बल्ला मैच की जीत का प्रतीक होना चाहिए, प्रजातंत्र की हार का नहीं
प्रिय युवा साथियों , हिंदुस्तान की दो बड़ी खूबियाँ हैं, एक तो यह विश्व का सबसे बड़ा प्रजातंत्र है और दूसरा विश्व में सर्वाधिक युवा देश। ऐसे में स्वाभाविक है कि चुने हुए युवा जन प्रतिनिधियों से देश को अपेक्षाएं भी अधिक होंगी, और हों भी क्यों न, हमारे पास अपने प्रजातंत्र की गौरवशाली विरासत जो है ।भारतीय प्रजातंत्र का जो छायादार वटवृक्ष आज हमें दिखाई देता है , इसके त्याग और बलिदान का बीज...
शिवराज से नाराज मप्र के मतदाता ने मोदी से नहीं निभाया बैर
डॉ अजय खेमरिया "मामा तेरी खैर नही मोदी तुझसे बैर नही" औऱ "हम है माई के लाल ''के नारे पिछले साल हुए मप्र विधानसभा चुनाव में खूब सुनाई दिए थे मप्र के चुनावी नतीजों में इनका प्रभाव स्वयंसिद्ध भी हुआ बीजेपी मामूली अंतर से जीती हुई बाजी हार गई थी सर्वाधिक नुकसान ग्वालियर अंचल की उन 34 सीटों पर हुआ जो जातीय गोलबंदी से आज भी उभर नही पाई है यहां 26 सीटों पर बीजेपी...
वाजपेयी जी ने पूरा जीवन देश के लिए जिया
मैं बचपन से ही अपने गाँव से भोपाल पढ़ने चला गया था। भोपाल में मैंने सुना कि भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी की एक सभा चार बत्ती चौराहे बुधवारे में है। मैंने सोचा चलो भाषण सुन के आएं। अटल जी को जब बोलते सुना तो सुनते ही रह गया।ऐसा लग रहा था कि जैसे कविता उनकी जिव्हा से झर रही है। वो बोल रहे थे,“ये देश केवल जमीन का टुकड़ा नहीं,...
सच में कब खत्म होगा आधी आबादी का संघर्ष
सुमन त्रिपाठी हम एक बार फिर महिला दिवस मनाने जा रहे हैं। हर बार की तरह इस बार भी महिलाओं को सम्मान देने की तमाम घोषणाएं की गई हैं। समाज के विभिन्न क्षेत्रों में यह दिखाने की कोशिश हो रही है कि महिलाओं के लिए बहुत कुछ किया जा रहा है। यह सही है कि आज हमारी आधी आबादी आसमां में उड़ान भर रही है। वह कविवर जयशंकर प्रसाद की ‘’नारी तुम केवल श्रद्धा हो….’’अथवा...
विलुप्त होता विपक्ष शुभ संकेत नहीं
एन के सिंह सुदर्शन की अमर कहानियों में एक था “हार की जीत”. उसमें बाबा भारती एक पुजारी संत थे जिनके पास एक बलशाली घोड़ा था. एक दिन बाबा घोड़े पर हवा से बाद करते हुए जा रहे थे कि कान में आवाज़ आयी ,” बाबा , इस दुखियारे को भी लेता चल, बीमार हूँ डॉक्टर को दिखने जाना है”. बाबा ने दया करते हुए उसे बैठा लिया. लेकिन चंद मिनटों में हीं बाबा को...