बंद हुई पारले-जी की 87 साल पुरानी फैक्ट्री, भावुक हुए लोग
मुंबई । पारले-जी बिस्किट तमाम भारतीयों के बीच बजाज स्कूटर और मारुति कार की तरह ही चर्चित है। लेकिन इस बिस्किट को तैयार करने वाली मुंबई के विले पार्ले स्थित सबसे पुरानी फैक्ट्री बंद हो गई है। भारत के सबसे चर्चित बिस्किट की यह फैक्ट्री 87 साल तक काम करने के बाद इस सप्ताह बंद हो गई। पारले प्रॉडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से इस फैक्ट्री की स्थापना 1929 में हुई थी और 1939 में बिस्किट का उत्पादन शुरू किया था। तब से ही यह मुंबई समेत पूरे देश में ग्लूकोज युक्त एनर्जी बूस्टर बिस्किट तैयार करने के लिए जानी जाती थी।
पारले जी बिस्किट की पूरी कहानी
कंपनी ने विले पार्ले इलाके पर ही इस नाम को चुना था। हालांकि यह फैक्ट्री दशकों से विले पार्ले इलाके के लिए लैंडमार्क बन चुकी थी। मिड डे की रिपोर्ट के मुताबिक बीते कुछ सालों में कम उत्पादन के चलते प्रबंधन ने इस फैक्ट्री को बंद करने का फैसला लिया है। कुछ सप्ताह पहले ही मालिकों ने इस कंपनी में प्रॉडक्शन खत्म कर दिया था और इस सप्ताह अंतत: इसके दरवाजे बंद कर दिए गए। बीते कुछ सालों में मुंबई की रिदम हाउस, समोवर और मणि लंच होम जैसी लैंडमार्क कंपनियां बंद हो गई हैं।
इसकी वजह यह है कि मुंबई सिटी तो आगे बढ़ती रही, लेकिन ये शॉप्स, रेस्तरां और फैक्ट्रियां वक्त के अनुसार अपना विकास नहीं कर सकीं। मुंबई स्थित इस फैक्ट्री के बंद होने के बाद पारले-जी के देश भर में फैले लाखों फैन सोशल मीडिया पर पारले-जी बिस्किट से जुड़ी यादें शेयर कर रहे हैं। विले पार्ले स्थित फैक्ट्री बंद होने को लेकर एक स्थानीय नागिरक ने कहा, 'बहुत दुख है पारले-जी फैक्ट्री बंद होने का। मैं पड़ोस में रहता हूं, बड़ी अच्छी खुशबू आती थी फैक्ट्री से।' फैक्ट्री के मुंबई के बीचोंबीच स्थित होने की वजह से शहर की बड़ी आबादी को इससे भावनात्मक लगाव था।
बिस्किट मार्केट में है 40 पर्सेंट हिस्सेदारी
पारले-जी की वेबसाइट के मुताबिक कंपनी की भारत के बिस्किट मार्केट में 40 पर्सेंट और कन्फेक्शनरी में 15 पर्सेंट की हिस्सेदारी है। पारले-जी बिस्किट के अलावा कंपनी के कई और चर्चित उत्पाद हैं, जैसे फ्रूटी सॉफ्ट ड्रिंक, मैंगो बाइट, मोनाको और हाइड ऐंड सीक।