झारखंड में जेएलकेएम के सबसे अधिक 76 प्रत्याशी मैदान में

Oct 31, 2024

खरी खरी संवाददाता

रांची, 31 अक्टूबर। झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 1300 से ज्यादा प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए झामुमो, कांग्रेस, बीजेपी जैसे बड़े दलों के साथ साथ कई छोटे दलों ने भी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। दोनों बड़े सियासी गठबंधनों इंडिया और एनडीए के चुनाव मैदान में होने के कारण इनमें से कोई भी सभी 81 सीटों पर अकेले चुनाव नहीं लड़ रहा है। गठबंधन में सीटों के बंटवारे का असर प्रत्याशियों की सूची पर साफ दिख रहा है। सबसे अधिक 76 प्रत्याशी तीन महीने पहले बनी पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने उतारे हैं।

मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि झारखंड चुनाव के पहले चरण के लिए कुल 685 उम्मीदार मैदान में हैं। जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 28 उम्मीदवार हैं। दूसरे चरण के लिए 634 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए हैं। सत्तारूढ झामुमो इंडिया गठबंधन के घटक के रूप में चुनाव लड़ रहा है। झामुमो ने 43 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। इंडिया गठबंधन के दूसरे प्रमुख घटक कांग्रेस के 30 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं तो राष्ट्रीय जनता दल के हिस्से में 7 सीटें आई हैं। वहीं एनडीए गठबंधन की मुख्य घटक बीजेपी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एनडीए के घटक जनता दल यूनाइटेड के हिस्से मे सिर्फ दो सीटें आई हैं। वहीं जेएलकेएम ने 76 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। अगर पार्टियों की बात करें तो जेएलकेएम अकेले की दम पर सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। जेएलकेएम को एनडीए और इंडिया गठबंधन से इतर तीसरी राजनीतिक शक्ति के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी अध्यक्ष जयराम कुमार महतो पिछले चार वर्षों में भीड़ जुटाने वाले नेता के तौर पर उभरे हैं। महतो साथियों के साथ मिलकर पिछले तीन-चार वर्षों से झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) नामक संगठन चला रहे थे। संगठन ने झारखंड में युवाओं के मुद्दे, प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ियों और राज्य की स्थानीय भाषाओं पर आंदोलनों से लोगों का ध्यान खींचा। करीब तीन महीने पहले संगठन ने औपचारिक तौर पर 'झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा' नामक राजनीतिक पार्टी का रूप ले लिया। भारतीय निर्वाचन आयोग ने भी संगठन को पार्टी के तौर पर मान्यता दे दी है। चुनाव आयोग ने जेएलकेएम को कैंची चुनाव चिन्ह आवंटित किया है।