बिहार में जीत का आधार बना मोदी फैक्टर

खरी खरी संवाददाता

पटना। बिहार के चुनाव परिणाम को अप्रत्याशित, चमत्कारी, जादुई माना जा रहा है। एनडीए को बहुमत मिल जाएगा, फिर एक बार एनडीए सरकार….. यह उम्मीद तो बहुतों को थी, लेकिन अबकी बार 200 पार की उम्मीद किसी को नहीं था। इसलिए चुनाव परिणाम चमत्कारिक हो गए। इस परिणाम के लिए तमाम दावे किए जा रहे हैं। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को दिया जा रहा है…इसके वे हकदार भी हैं।

नीतिश के बिहार में एक बार फिर एनडीए सरकार बन रही है। चुनाव परिणाम एनडीए के पक्ष में होने के कारण प्रधानमंत्री मोदी फैक्टर को जीत का बड़ा आधार कहा जा सकता है। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी राज्य का सबसे बड़ा दल (सीटों के मामले में) बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ भाजपा नेताओं ने राज्य में बड़े पैमाने पर ताबड़तोड़ रैलियां भी। वहीं केंद्रीय सरकार की नीतियों से भी जनता काफी प्रभावित होती दिखी है। पीएम मोदी ने बिहार में करीब नौ जनसभाएं की और जनता से संवाद किया। पीएम मोदी ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत बिहार की 75 लाख महिला लाभार्थियों के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये हस्तांतरित किए, वहीं तमाम केंद्रीय योजनाओं से भी राज्य की जनता लाभान्वित हुई और इसका असर विधानसभा चुनाव में साफ देखने को मिला है। चुनावी प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने राजद और कांग्रेस की तमाम उन असफलताओं का जिक्र किया, जो अक्सर विपक्ष के गले की फांस बनती है। पीएम मोदी जंगलराज के दिनों को भी जनता को याद दिलाया और एनडीए सरकार की तमाम योजनाओं को भी गिनवाया। बिहार में गृह मंत्री अमित शाह ने 30 से ज्यााद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 12 से ज्यादा और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 10 से ज्यादा रैलियों को संबोधित किया। इस कड़ी में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी 30 से अधिक जनसभाएं संबोधित की। वहीं अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी बिहार में जमकर चुनाव प्रचार किया। सीएम योगी के बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने करीब 18 जनसभाएं कीं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव 2025 में 80 से ज्यादा जनसभाएं की हैं। इसमें सड़क मार्ग और हवाई मार्ग से की गई जनसभाएं भी शामिल हैं। सीएम नीतीश कुमार ने राज्य में करीब एक हजार किमी की यात्रा भी की है, इस दौरान उन्होंने करीब आठ विधानसभा क्षेत्रों में जनता से संवाद किया। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए नेताओं की तरफ से की गई जनसभाओं और रैलियों की बात की जाए तो इसमें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने सबसे ज्यादा 180 से ज्यादा जनसभाएं की। वहीं एनडीए के गठबंधन दलों की बात की जाए तो हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने 32 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने 46 जन सभाओं को संबोधित किया।

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