दिल्ली की हवा लगातार दूसरे दिन बेहद खराब:प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर एक्शन

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कमी देखने को मिली है। प्राइवेट वेदर एजेंसी AQI.in के आकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में सोमवार सुबह 7 बजे AQI- 346 दर्ज किया गया। रविवार को भी औसत AQI 304 दर्ज किया गया था। 400 के कम AQI ‘बेहद खराब’ कैटेगरी में माना जाता है। 2 दिन पहले तक दिल्ली में हवा गंभीर श्रेणी में यानी 400 पार रिकॉर्ड की गई थी।

प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस लगातार काम कर कर रही है। ट्रैफिक पुलिस ने प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) के बिना चल रही गाड़ियों पर सख्ती बढ़ा दी है। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 1 अक्टूबर से 22 नवंबर के बीच यानी 53 दिन में 1.64 लाख गाड़ियों पर 164 करोड़ रुपए के चालान काटे गए हैं।

18 नवंबर से ग्रैप-4 लागू होने के बाद अब तक 20,743 चालान PUCC न होने के कारण काटे गए। इसके अलावा, 736 पुरानी गाड़ियां जब्त की गईं। 15 अक्टूबर से दिल्ली की सीमाओं पर 13,762 गैर-लक्षित ट्रकों को वापस भेजा गया। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (ट्रैफिक) शशांक जायसवाल ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वाहन मालिकों से जिम्मेदार बनने और वैध पीयूसीसी प्राप्त करने की अपील की है।

सर्वाधिक प्रदूषित 50 शहरों में 42 भारत के, 87 करोड़ लोगों की सेहत खतरे में

दुनिया के सबसे प्रदूषित 50 शहरों में 42 भारत के हैं। इनमें से अधिकांश उत्तर भारत के हैं। ​विशेषज्ञ इस प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह पराली जलाना और निर्माण कार्य को मानते हैं।

इस प्रदूषण के चलते देश की 87 करोड़ आबादी की सेहत खतरे में रहती है। सर्दियों में पीक दिनों के दौरान भारत में हवा में प्रदूषण की मात्रा WHO के मानक से 100 गुना अधिक रहती है।

केंद्र ने 2019 में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम लॉन्च किया। मकसद 131 शहरों में हवा की गुणवत्ता में सुधार लाना था। वहीं, क्लाइमेट ट्रेंड संस्था का विश्लेषण है कि 114 शहरों में हवा और ज्यादा खराब हो गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button