12 जनवरी से शुरू होगा युवा शक्ति मिशन और स्वरोजगार पर रहेगा फोकस, पढ़ें कैबिनेट के अन्य फैसले

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवा, गरीब, किसान और महिला चार जातियां बताई थीं। इन पर आधारित मिशन मध्य प्रदेश में लागू किए जाने हैं। इसकी शुरुआत 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस के अवसर पर विवेकानंद युवा शक्ति मिशन से की जाएगी।इसमें स्वरोजगार के लिए युवाओं को तैयार करने पर फोकस होगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रालय में हुई कैबिनेट बैठक में युवा मिशन को स्वीकृति दी गई। तय किया गया कि इसके बाद अन्य तीन मिशन भी लागू किए जाएंगे।
बैठक में उज्जैन में दो नए थाने खोलने और इसके लिए 150 पद सृजित करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। मिशन का प्रमुख उद्देश्य युवाओं में आत्म-विश्वास निर्माण, प्रतिस्पर्धा के लिए तैयारी के साथ उनके कौशल उन्नयन और प्रतिभा को निखारने की गतिविधियों को बढ़ावा देना है।
इसके लिए प्रत्येक युवा की आय का स्तर न्यूनतम कुशल श्रेणी श्रमिक की दर के बराबर करने, 2030 तक 12वीं तक शिक्षा पूरी कराने और युवा को सामाजिक पहल का हिस्सा बनाना है।
स्कूल-काॅलेज के विद्यार्थियों तक सीमित न रखें
प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रदेश के खेल एवं युवक कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि विवेकानंद युवा शक्ति मिशन स्कूल-कालेज के विद्यार्थियों तक सीमित न रहे।
खेत में काम करने वाले और कामकाजी युवाओं तक इसका विस्तार होना चाहिए।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न किया जाना आज की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि सभी सुझावों को शामिल किया जाएगा।