सीएम का ऐलान, मध्यप्रदेश में धर्मांतरण कराने पर होगी फांसी

खरी खरी संवाददाता

भोपाल। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार धर्मांतरण के मुद्दे पर और सख्त होने जा रही है। धर्मातरण कराने वालों को फांसी की सजा का प्रावधान किया जाएगा।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर यह बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम में फांसी का प्रावधान किया जा रहा।

महिला दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि धर्मांतरण प्रदेश में नहीं चलने दिया जाएगा। समाज में गलत बातों को हम बढ़ावा नहीं देंगे। हम इसमें कठोरता के साथ पेश आएंगे। जोर जबरदस्ती, बहला फुसलाकर दुराचार करने वालों को हमारी सरकार छोड़ेगी नही। ऐसे लोगों को जीवन जीने का अधिकार नहीं देना चाहते। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सरकारी महिला कर्मचारियों को 7 दिवसीय आकस्मिक अवकाश दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मी बहनों को प्रसूता अवकाश भी 180 दिन देने का संकल्प किया जा रहा है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि आज भी विरोधी कई सवाल खड़े करते है। विपक्ष बोलता रहेगा और हम बहनों के खाते में पैसे ट्रांसफर करते रहेंगे। विपक्ष ने कभी महिलाओं को राशि नहीं दी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने का कि पूरे देश में हमारी लाड़ली बहना योजना को लागू किया जा रहा है। बहनों को 450 रुपये में सिलेंडर भी दे रहे है। इस राशि को विपक्ष को अपनी आंखों से देखना चाहिए. सरस्वती, दुर्गाजी, लक्ष्मी मैया इन शक्तियों के बिना कुछ कल्पना नहीं की जा सकती। सीएम ने कहा कि  2028-29 के चुनाव में स्पष्ट हो जाएगा कि बहनों को महत्व कौन देता है। यह दुनिया के लिए आदर्श उदाहरण बनेगा। आर्थिक रूप से भी मां-बहन सम्पन्न बन रही हैं। सीएम ने कहा कि उद्योगों में बहनों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि आज मेरे पूरे स्टाफ में महिलाएं हैं। जिस हॉस्पिटल का उद्घाटन किया वहां कि संचालिका महिला, पार्षद महिला और विधायक भी महिला थी। आजीविका मिशन से स्वावलंबन की धारा बह रही है। महिलाओं के जीवन में बदलाव आया है। लक्ष्मी की कृपा भी मातृशक्ति से आती है। भारत मातृ सत्ता को स्वीकार करता है।

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