राहुल गांधी ने एक बार फिर जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया

खरी खरी संवाददाता
अहमदाबाद। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया है और भाजपा को चुनौती देते हुए कहा है कि कांग्रेस की सरकार आई तो जातिगत जनगणना कराई जाएगी।
अहमदाबाद में साबरमती नदी के तट पर आयोजित कांग्रेस के दो दिवसीय अधिवेशन के दूसरे दिन राहुल गांधी ने कहा कि सभी को पता होना चाहिए कि देश में कितने दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक और गरीब सामान्य वर्ग के लोग हैं। यह भी पता लगाना चाहिए कि देश में किसकी कितनी भागीदारी है। राहुल गांधी ने कहा कि देश में जाति जनगणना होनी ही चाहिए। उन्होंने कहा, ”तेलंगाना में हमने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है और वो जातिगत जनगणना है। उससे पहले मैंने संसद में भी नरेंद्र मोदी से कहा था कि देश में जातिगत जनगणना होनी चाहिए। सभी को पता होना चाहिए कि देश में कितने दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक और गरीब सामान्य वर्ग के लोग हैं। इसके अलावा, हमें यह भी पता लगाना चाहिए कि देश में किसकी कितनी भागीदारी है।” राहुल ने कहा, ”लेकिन मोदी जी ने साफ़ कह दिया कि वे जातिगत जनगणना नहीं कराएंगे। इसीलिए हमने भी कह दिया है कि अगर ये काम आप नहीं करेंगे तो हम संसद में आपके सामने जातिगत जनगणना का कानून पास करेंगे।” राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जाति आधारित जनगणना को समर्थन देने के संकेत दे चुका है। संघ के मुताबिक़ इसका इस्तेमाल पिछड़ रहे समुदाय और जातियों के कल्याण के लिए होना चाहिए।
आरएसएस ने कहा है कि जाति जनगणना सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लिए मददगार हो सकती है, लेकिन चुनावी फ़ायदा लेने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।