बिहार के सभी एक्जिट पोल में फिर एक बार नीतिशै सरकार

खरी खरी संवाददाता
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को हुई वोटिंग के दूसरे और अंतिम चरण के बाद एक्जिट पोल्स ने सभी को चौंका दिया है। लगभग सभी सर्वे एजेंसियों ने एनडीए सरकार की वापसी का दावा किया है। एनडीए जिस तरह लगातार नितीश को नेता बता रहा है, उससे मानवा जा रहा है कि एक बार फिर बिहार में नितीश कुमार की अगुवाई में सरकार बनेगी। इस सर्वे में पोल डायरी ने तो एनडीए की एकतरफा जीत का दावा किया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए करीब 17 एजेंसियों ने एक्जिट पोल सर्वे किया था। सभी ने एनडीए सरकार की सत्ता में वापसी का संकेत दिया है। लेकिन इस एग्जिट पोल के बीच ‘पोल डायरी’ (Poll Diary) के अनुमानों ने राजनीतिक गलियारों में भूचाल ला दिया है। जहां अधिकांश सर्वे एजेंसियां NDA को स्पष्ट बहुमत दे रही हैं। वहीं पोल डायरी ने एनडीए को एकतरफा और ऐतिहासिक जीत की ओर इशारा किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन 184 से 209 सीटों पर कब्जा कर सकता है, जो 243 सीटों वाली विधानसभा में दो-तिहाई बहुमत से भी कहीं ज्यादा है। यह आंकड़ा 122 के जादुई आंकड़े को बहुत पीछे छोड़ देता है।यह अनुमान बिहार की राजनीति में अब तक की सबसे बड़ी जीतों में से एक का संकेत दे रहा है। पोल डायरी के अनुसार, इस एनडीए ‘सुनामी’ में भाजपा 87-95 सीटें और जदयू 81-89 सीटें जीतकर लगभग बराबर की ताकत के रूप में उभर सकते हैं। वहीं, चिराग पासवान की लोजपा (आर) को 12-16, जीतन राम मांझी की ‘हम’ को 5-6 और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को 4-5 सीटें मिलने का अनुमान है, जो एनडीए की जीत में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
इसके विपरीत, पोल डायरी ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के लिए एक बेहद निराशाजनक तस्वीर पेश की है। अनुमान के मुताबिक, महागठबंधन मात्र 32 से 49 सीटों पर सिमट सकता है, जो उसकी अब तक की सबसे बुरी हार में से एक हो सकती है। रिपोर्ट में RJD को 20-27 सीटें, कांग्रेस को 4-8 सीटें और वाम दलों को 5-9 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है। मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी का तो खाता भी नहीं खुलने का अनुमान है। अगर ये आंकड़े नतीजों में तब्दील होते हैं, तो यह न केवल एनडीए की प्रचंड जीत होगी, बल्कि विपक्ष के लिए एक बड़ी चेतावनी भी होगी। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि एग्जिट पोल केवल संकेत होते हैं और अंतिम परिणाम 14 नवंबर को मतगणना के बाद ही स्पष्ट होंगे।




