बहुत जल्द अन्य राज्यों में दहाड़ेंगे एमपी के टाइगर

खरी खरी संवाददाता
भोपाल। मध्यप्रदेश राज्य वन्य प्राणी बोर्ड ने अन्य राज्यों के साथ वन्य पशुओं के विनिमय की योजना को अमली जामा पहनाने को हरी झंडी दिखा दी है। इस पर ठीक से अमल हुआ तो बहुत जल्द मध्य प्रदेश के टाइगर राजस्थान, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में दहाड़ते नजर आएंगे। वहीं, असम के एक सींग वाले गैंडे मध्य प्रदेश में विचरण करते दिखाई देंगे।
मध्य प्रदेश के वन विभाग ने कुछ माह पूर्व ही पशु विनिमय कार्यक्रम संचालित किया है। इसी के तहत राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की 30वीं बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अफसरों से साफ कह दिया कि दूसरे राज्यों को प्रदेश में उपलब्ध वन्य प्राणी अवश्य दें, लेकिन उनके यहां उपलब्ध वन्य प्राणी को भी मध्य प्रदेश लाया जाए। सीएम यादव ने कहा कि प्रदेश की वानस्पतिक एवं जैविक विविधताओं का अच्छा प्रचार प्रसार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय फिल्म डिवीजन, डिस्कवरी और अन्य चैनलों के साथ मिलकर शॉर्ट फिल्म्स, डाक्यूमेंट्री फिल्म, प्रमोशनल्स कैपसूल्स तैयार करें और इस तरह प्रदेश की वन विशिष्टताओं के बारे में पूरे विश्व को बताएं। पिछले महीनों में मध्य प्रदेश ने कर्नाटक को दो बाघ दिया था और वहां से दो किंग कोबरा लेकर आए थे। हालांकि बाद में पांच वर्षीय नर किंग कोबरा की भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में मौत हो गई थी। अब केवल एक किंग कोबरा बचा है, जो इंदौर में है। सीएम ने प्रदेश में हो रही हाथियों के साथ द्वंद पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि जंगली हाथियों के कारण हो रही दुर्घटनाओं एवं मानव द्वंद्व को रोकने के लिए और बेहतर उपाय करें।