पाकिस्तानी जायरीन का जत्था ख्वाजा के दीदार करने अजमेर पहुंचा

खरी खरी संवाददाता

अजमेर, 8 जनवरी। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 813वें उर्स के मौके पर पाकिस्तान से जयरीन का जत्था अजमेर पहुंच गया है। चेतक एक्सप्रेस से 89 पाकिस्तानी जायरीन अजमेर पहुंचे। बता दें कि गत वर्ष की तुलना में इस बार आए पाक जायरीन की संख्या आधे से भी कम है। रेलवे स्टेशन पर हर पाकिस्तानी जायरीन की तस्दीक की गई। इसके बाद उन्हें दो रोडवेज बसों में बैठाकर चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में छोड़ा गया, जहां पाक जायरीन के रहने और खाने-पीने के इंतजाम किए गए हैं।

अजमेर रेल मंडल में वाणिज्य प्रबंधक और उर्स मेला अधिकारी विवेकानंद शर्मा ने बताया कि दिल्ली से आने वाली चेतक एक्सप्रेस में अतिरिक्त दो कोच पाकिस्तानी जायरीन के लिए लगाए गए। मंगलवार सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर ट्रेन अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां सुरक्षा के पहले से ही कड़े इंतजाम किए गए थे। जांच पड़ताल के बाद पाकिस्तानी जायरीन की व्यवस्था राज्य सरकार से जुड़ी संस्थाएं देख रही हैं। पाकिस्तानी जायरीन 10 जनवरी को शताब्दी एक्सप्रेस से 3 बजकर 30 मिनट पर अजमेर से रवाना होंगे। जीआरपी सीओ राम अवतार ने बताया कि 89 पाक जायरीन ट्रेन से अजमेर आए हैं। सभी की जांच पड़ताल की गई है। सभी पाकिस्तानी जायरीन को रोडवेज बसों से सेंट्रल गर्ल्स स्कूल भेजा गया है।

ख्वाजा के उर्स में हाजिरी देने के लिए आशिकाने गरीब नवाज अजमेर आ रहे हैं। इनमें पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी 89 जायरीन अजमेर आ चुके हैं। इनके साथ दो पाकिस्तान एंबेसी के अधिकारी भी शामिल हैं। पाक जायरीन के कोच में हथियारबंद आरपीएफ के जवान सुरक्षा दृष्टि से मौजूद थे। ट्रेन के अजमेर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने से पहले ही प्लेटफार्म संख्या एक खाली करवा लिया गया। पहले ट्रेन से आम रेल यात्रियों को बाहर निकाला गया और ट्रेन में चढ़ने वाले यात्रियों को चढ़ाया गया। इसके बाद फर्स्ट क्लास गेट के सामने दोनों कोच को लाया गया। यहां अजमेर पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ और खुफिया पुलिस के अधिकारी और पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। कड़ी सुरक्षा घेरे में पाकिस्तानी जायरीन को रेलवे स्टेशन में जांच पड़ताल के बाद रोडवेज की बसों से चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल लाया गया। यहां भी जांच के बाद उन्हें भीतर प्रवेश दिया गया। बता दें कि प्रशासन की ओर से पाकिस्तानी जायरीन के रहने, खाने-पीने की तमाम व्यवस्था हमेशा की तरह स्कूल में ही की गई है। ख्वाजा गरीब नवाज के चाहने वाले पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी बड़ी संख्या में हैं, जिनकी हसरत ख्वाजा गरीब नवाज की उर्स में हाजिरी लगाने की रहती है। ट्रेन से उतरकर ख्वाजा की नगरी में पैर रखते ही पाकिस्तानी जायरीनों के चेहरे पर खुशी झलक उठी। पाकिस्तानी अपने दिली जज्बात बताना भी चाहते थे, लेकिन रेलवे स्टेशन पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें मीडिया से बात करने से रोक दिया। हालांकि, इसके बाद भी कुछ पाक जायरीन ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज के शहर में आकर बहुत खुशी मिल रही है।

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