गुड गवर्नेंस के लिए कलेक्टर-एसपी को फील्ड में रात बितानी होगी
कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस में सीएम मोहन यादव के निर्देश

खरी खरी संवाददाता
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने कार्यकाल की पहली फिजिकल कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों से कहा है कि उन्हें कम से कम दो दिन क्षेत्र में जाना होगा और रात्रि विश्राम भी करना होगा तभी गुड गर्वेनेंस ठीक से लागू हो पाएगा। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुई कलेक्टर, कमिश्नर, एसपी, आईजी कॉन्फ्रेंस में प्रदेश भर के आईएएस, आईपीएस अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। चीफ सेकेट्री अनुराग जैन ने भी सीएम की बात का समर्थन किया।
कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम डा महोन यादव ने कहा कि प्रदेश में अधिकारी जनता के बीच संवाद और काम करने की छवि बनाएं। जनता का विश्वास हमारी सबसे बड़ी पूंजी है और हम सभी को यह विश्वास बनाकर रखना है। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान करें, उनके सुझावों को सुनें और जरूरत के अनुसार उस पर कार्रवाई करें। सभी अधिकारियों से कहा गया है कि कम से कम 2 दिन क्षेत्र में जरूर जाएं और रात्रि विश्राम करें।मुख्यमंत्री ने कहा कि “जिलों में तैनात अधिकारी अपने काम और नवाचार से अपनी पहचान स्थापित करें। किसी भी ज्वलंत मुद्दे पर अपनी पूरी क्षमता और तथ्यों के साथ अपनी बात रखें। स्थानीय जनता, जन प्रतिनिधि से शासन प्रशासन आत्मीय संवाद बनाकर रखे। यदि ईश्वर ने हमें समाज के लिए काम करने की जिम्मेदारी सौंपी है तो एक स्टूडेंट्स की तरह इस काम को बेहतर तरीके से निभाएं। हर दिन नई बातें सीखें और अपनी क्षमता और अनुभव से उसका बेहतर क्रियान्वयन करें, ताकि समाज को इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।”
‘ऐसा काम करें कि जनता याद रखे‘
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों से कहा कि कलेक्टर्स ऐसा काम करें कि आने वाले समय में जिले की जनता भी उसे याद रखे। अपने कार्यकाल के दौरान एक-एक मिनट लोगों की जिंदगी और बेहतर बनाने में लगाएं। जिले में ऐसे नवाचार करें, जिसका असर लंबे समय तक दिखाई देता रहे। जिस विभाग से भी जुड़ा नवाचार हो, उसकी पूरी कार्ययोजना विभाग से भी अनुमोदित कराई जाए ताकि उसे स्थायी बनाया जा सके।
जनता से मिलने की व्यवस्था और बेहतर बनाएं‘
सीएम मोहन यादव ने कहा कि “आम जनता से मिलने की व्यवस्था और जन सुनवाई को और बेहतर बनाएं ताकि लोगों की समस्याएं बेहतर तरीके से हल हो सकें।” सीएम ने कहा कि “कॉन्फ्रेंस में यह 2 दिन महत्वपूर्ण हैं। शासन ने जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं, यह फील्ड अधिकारियों की मेहनत से ही प्राप्त किए जा सकते हैं। सभी अधिकारी प्रोफेशनल एप्रोच के साथ प्रोगेसिव, एनर्जेटिक और एफीशिएंट बनें।”
माह में 2 बार होगी वर्चुअल कॉन्फ्रेंस
कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा कि “हर माह 2 बार वर्चुअल कॉन्फ्रेंस होगी। जिलों का बेहतर परिणाम तभी आएगा, जब सभी स्तर के अधिकारी कर्मचारी मिलकर काम करेंगे। संवाद अच्छा होगा तो इसके परिणाम भी निकलकर आएगा। किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने नीचे के अधिकारियों से भी चर्चा करना चाहिए। सभी अधिकारी 2 दिन क्षेत्रीय भ्रमण सेक्टोरल टूरिंग करें। रात्रि विश्राम करें और रिचार्ज होकर क्षेत्र में योजनाओं को लागू करें।”