कमिश्रर कलेक्टर कांफ्रेंस से पहले बदले गए 12 जिलों के कलेक्टर

खरी खरी संवाददाता
भोपाल। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने जन प्रतिनिधियों से बदसलूकी करने वाले आला अफसरों को सबक सिखाने का संदेश दिया है।सरकार ने उन कलेक्टरों को हटा दिया है जिनके खिलाफ स्थानीय जनप्रतिनिधियों की शिकायत थी। यह फैसला अगले हफ्ते होने वाली कमिश्नर कलेक्टर कांफ्रेंस के पहले लेकर सीएम ने कड़ा संदेश दिया है। अगले सप्ताह होने वाली कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस से पहले राज्य सरकार ने मंगलवार शाम 12 जिलों में कलेक्टर बदल दिए। अवैध रेत खनन को लेकर भिंड से भाजपा विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह से विवाद करने वाले कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को सरकार ने हटा दिया। वहीं, डिंडौरी में अपनी कार्यप्रणाली को लेकर विवादों में घिरीं कलेक्टर नेहा मारव्या को भी बदल दिया। इन्हें लेकर विधायक ओमप्रकाश धुर्वे ने भी शिकायत की थी। छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को मंत्रालय में पदस्थ किया गया है। इसमें उन अधिकारियों को हटाया गया है, जिनको लेकर विवाद या शिकायतें थीं। इसमें भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव शामिल हैं। हालांकि, आईएएस एसोसिएशन विधायक से विवाद के मामले में उनके साथ खड़ा रहा। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी दिया था कि मैदानी अधिकारियों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए। राजनीतिक स्थितियों को देखते हुए सरकार ने उन्हें हटा भले ही दिया पर पीडब्ल्यूडी जैसे महत्वपूर्ण विभाग में पदस्थ किया है। इसके साथ ही जिन अधिकारियों को वरिष्ठ होने के बावजूद अब तक कलेक्टर नहीं बनाया गया था, उन्हें अवसर दिया है। इसमें नीरज कुमार वशिष्ठ भी शामिल हैं। नीरज वशिष्ठ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ थे। छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को भी नई जिम्मेदारी देने का निर्णय पहले ही कर लिया गया था, वे 2010 बैच के अधिकारी हैं और यह बैच सचिव पद पर पदोन्नत होगा। राजनीतिक स्थितियों को देखते हुए सरकार ने उन्हें हटा भले ही दिया पर पीडब्ल्यूडी जैसे महत्वपूर्ण विभाग में पदस्थ किया है। इसके साथ ही जिन अधिकारियों को वरिष्ठ होने के बावजूद अब तक कलेक्टर नहीं बनाया गया था, उन्हें अवसर दिया है। इसमें नीरज कुमार वशिष्ठ भी शामिल हैं।नीरज वशिष्ठ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ थे। छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को भी नई जिम्मेदारी देने का निर्णय पहले ही कर लिया गया था, वे 2010 बैच के अधिकारी हैं और यह बैच सचिव पद पर पदोन्नत होगा। अपर आयुक्त वाणिज्यिक कर तन्वी हुड्डा को श्रम आयुक्त पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।