मुंबई हमले के मोस्ट वांटेड राना को अमेरिका भारत को सौंपेगा

मोदी और ट्रंप की मुलाकात में कई मुद्दों पर हुई चर्चा

खरी खरी डेस्क

न्यूयार्क। अमेरिका ने मुंबई हमले के मोस्ट वांटेड तहब्बुर राना को भारत भेजने का फैसला लिया है। भारत लंबे समय से राना के प्रत्यार्पण की मांग कर रहा है। अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भेट में राना के प्रत्यार्पण की घोषणा की गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को फ़्रांस से अमेरिका पहुंचे और भारतीय समयानुसार शुक्रवार को तड़के व्हाइट हाउस में उनकी ट्रंप से मुलाक़ात हुई। ट्रंप के साथ बहुप्रतीक्षित मुलाक़ात में नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच व्यापार पर खुली चर्चा की पेशकश की है और अमेरिका में अवैध रूप से आए भारतीयों को वापस लेने की बात कही। इसके अलावा एक अहम घोषणा करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे मुंबई हमलों के मामले में भारत में वांछित तहव्वुर राना को भारत प्रत्यर्पित करेंगे। अमेरिकी जेल में बंद राना को अरसे से भारत लाने के प्रयास जारी थे। दोनों नेताओं ने प्रेस के सामने दिए बयान में तेल-गैस, डिफ़ेंस, टैरिफ़, टेक्नोलॉजी और व्यापार के विभिन्न पहलुओं पर बात की। प्रेस को संबोधित करते हुए दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार और संबंधों मजबूत किए जाने की बात की। ट्रंप ने उम्मीद जताई कि भारत अमेरिकी सामान पर टैरिफ़ को तर्कसंगत बनाएगा। साथ ही उन्होंने रक्षा ख़रीद में व्यापक सहयोग के साथ भारत को ‘स्टील्थ फ़ाइटर’ जेट एफ़-35 बेचने की इच्छा जताई। व्हाइट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान नेताओं ने एक दूसरे की तारीफ़ की, जबकि मोदी ने ट्रंप के नारे मागा (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) का ज़िक्र करते हुए कहा, “मेक इंडिया ग्रेट अगेन” और जोड़ा “जब मागा प्लस मागा मिलता है तो यह मिल कर मेगा हो जाता है।” उन्होंने दोनों लोकतंत्र की “समृद्धि के लिए एक मेगा पार्टनरशिप” की बात कही। पीएम मोदी ने 2030 तक अमेरिका के साथ व्यापार को दोगुना करने की बात भी कही।

अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों के बारे में पीएम मोदी ने कहा, “इस मुद्दे पर हमारे विचार एक जैसे हैं और वो यह है कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे किसी भी भारतीय का सत्यापन होता है तो हम उन्हें वापस भारत में लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कुछ आप्रवासियों को मानव तस्कर लाते हैं और वे ये भी नहीं जानते कि उन्हें अमेरिका ले जाया गया है। पीएम ने कहा, “ये बहुत आम परिवारों के बच्चे हैं और उन्हें बड़े सपने दिखाए जाते हैं और उनसे बड़े बड़े वादे किए जाते हैं।

उन्होंने कहा कि ‘आसानी से शिकार बनने वाले उन युवा लोगों’ को बचाने के लिए मानव तस्करी पर शिकंजा कसने की ज़रूरत है, जिन्हें अमेरिका में ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से आने के लिए ‘मूर्ख’ बनाया जाता है।

ट्रंप ने जबसे राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला है, अमेरिका ने एक खेप में अपने सैन्य विमान से बिना दस्तावेज वाले अवैध आप्रवासी भारतीयों को भारत वापस भेजा है। पिछले हफ़्ते भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत, अमेरिका के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि वापस भेजने की प्रक्रिया में भारतीय नागरिकों के साथ कोई दुर्व्यवहार न हो। मुंबई 2008 चरमपंथी हमले से कथित तौर पर जुड़े तहव्वुर हुसैन राना को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किए जाने की इजाज़त देने के लिए मोदी ने ट्रंप को धन्यवाद दिया।

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