आचार्य विद्यासागर जी की स्मृतियों को संजोएगी मप्र सरकार
प्रथम स्मृति दिवस पर सीएम मोहन यादव की घोषणा

खरी खरी संवाददाता
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार देवतुल्य जैन संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज की स्मृतियों को संजोने के लिए भोपाल में एक स्मृतिस्थल बनाएगी। उनके समाधि दिवस पर हर साल स्मृति दिवस भी मनाया जाएगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने आचार्यश्री के प्रथम समाधि दिवस पर मप्र विधानसभा भवन के सभागारमें आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की। सीएम मोहन यादव ने कहा कि, आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी की स्मृति में भोपाल में एक बेहतर स्थान बनाएंगे, जो उनकी विरासत, त्याग, तपस्या और ज्ञान को सहेजते हुए जनमानस को प्रेरणा प्रदान करें। सीएम ने आगे कहा कि परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आज प्रथम समाधि स्मृति दिवस है। मैं उन्हें बारंबार नमन करता हूं। आचार्य विद्यासागर महाराज के भीतर जो मानव सेवा का भाव रहा है इसके चलते वो जीते जी देवता के रूप में हमारे बीच विद्यमान हो गए। आज भले ही महाराज जी भौतिक रूप से हमारे साथ नहीं हैं, लेकिन उनकी अथाह करुणा, दया और आशीर्वाद की वर्षा हर समय हम सब पर हो रही है। इनके ओजस्वी और पुण्य विचार हमेशा हमें मानवता के कल्याण के लिए प्रेरित करते रहेंगे।ऐसा पहली बार हुआ है कि मध्यप्रदेश के विधानसभा परिसर में किसी जैन संत का स्मृति दिवस मनाया गया। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने आचार्य विद्यासागर महाराज के जीवन पर आधारित 25 पुस्तकों का विमोचन किया। साथ ही शहर में विद्यासागर महाराज का स्मारक बनाने की भी घोषणा की है। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने मंच पर बैठे मुनि प्रमाण सागर महाराज के पैर धोए। इंडिया नहीं भारत कहिए” का राष्ट्रघोष करने वाले राष्ट्रसंत, राष्ट्रवाद के प्रखर प्रणेता आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने 17 फरवरी 2024 को तीन दिन के कठिन उपवास के बाद राजनांदगाव के डोंगरगढ़ के चंद्रगिरि में समाधि ली। आज प्रदेश में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का ‘प्रथम समाधि स्मृति दिवस’ मनाया गया। शहर में शोभायात्रा निकली गई। ये शोभायात्रा रोशनपुरा चौराहे, मालवीय नगर बिरला मंदिर होते हुए विधानसभा पहुंची। कार्यक्रम में पक्ष-विपक्ष के राजनेता शामिल हुए। इनमें विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद आलोक शर्मा, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा भी शामिल हुए