जिगरी दोस्तों की तरह मिले पीएम मोदी और प्रेजीडेंट बाइडेन

Sep 22, 2024

खरी खरी डेस्क

डेलावेयर (अमेरिका), 22 सितंबर। क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होने तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुलाकात दो गहरे दोस्तों की तरह हुई। पीएम मोदी हवाई अड्डे से सीधे बाइडेन के निजी आवास पर गए। बाइडेन ने डेलावेयर के विलमिंगटन स्थित अपने आवास पर मोदी का स्वागत किया और दोनों नेता एक दूसरे से गले मिले। इसके बाद बाइडेन मोदी का हाथ पकड़कर उन्हें अपने घर के अंदर लेकर गए जहां द्विपक्षीय वार्ता हुई।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बुलावे पर उनसे मिलने उनके निजी घर गए पीएम मोदी ने बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन को खास तोहफा भी दिया। पीएम मोदी ने जो बाइडेन को चांदी से बनी, हाथ से उकेरी गई ट्रेन का मॉडल गिफ्ट किया है। इस चांदी की ट्रेन के मॉडल की खास बात यह है कि इसे महाराष्ट्र के कारीगरों ने तैयार किया गया है। चांदी पर पूरा काम हाथ से किया गया है। ट्रेन को बनाने में 92.5 फीसदी चांदी का प्रयोग किया गया है। पारंपरिक तकनीक इस मॉडल को तैयार किया गया है। इस ट्रेन मॉडल पर 'DELHI-DELAWARE' भी लिखा गया है। पीएम मोदी ने जो बाइडेन की पत्नी और जिल बाइडन को भी खास तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने अमेरिका की फर्स्ट लेडी को पश्मीना शॉल उपहार में दी है। असाधारण गुणवत्ता और बेजोड़ सुंदरता वाली पश्मीना शॉल जम्मू और कश्मीर से आती है। शॉल की कहानी लद्दाख के ऊंचे इलाकों में रहने वाली चंगथांगी बकरी से शुरू होती है। शॉल के लिए मुलायम रेशा हाथ से कंघी करके बनाया जाता है जिसे पश्म कहते हैं। रेशे को पारंपरिक तरीके से सूत में बदला जाता है जिसके बाद पश्मीना शॉल बनाई जाती है। बाइडेन ने पीएम  मोदी के यूक्रेन और पोलैंड दौरे की तारीफ की। इसके अलावा बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी सदस्यता का भी समर्थन किया। दोनों नेताओं के बीच ड्रोन डील पर भी बात हुई। बाइडेन ने भारत के साथ इस डील का स्वागत किया। भारत अमेरिका से 31 MQ-9B SKY गार्जियन और SEA गार्जियन ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया में है। इन ड्रोन की कीमत करीब 3 बिलियन डॉलर है।

डेलावेयर में राष्ट्रपति बाइडेन के हाई स्कूल में क्वाड समिट हुई। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। स्वतंत्र और समावेशी इंडो-पेसिफिक हमारी प्राथमिकता है। क्वाड साझेदारी और सहयोग के लिए है और यह संगठन लंबे समय तक बना रहेगा।इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने क्वाड सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने कहा- अगले साल पीएम मोदी क्वाड समिट की मेजबानी करेंगे। मैं उस पल का इंतजार कर रहा हूं। क्वाड का इतिहास लंबा नहीं है, यानी यह परंपराओं से बंधा नहीं है। हम जिस क्षेत्र (इंडो पेसिफिक) का प्रतिनिधित्व करते हैं, वो सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र है। वहीं बाइडेन ने बैठक में कहा, “हम लोकतांत्रिक देश हैं जो जानते हैं कि काम कैसे पूरा करना है। मैंने अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही क्वाड को ज्यादा प्रभावशाली बनाने के लिए आप से संपर्क किया। आज 4 साल बाद हम रणनीतिक तौर पर पहले से कहीं अधिक एकजुट हैं। इसके बाद बाइडेन ने क्वाड देशों के कोस्ट गार्ड के बीच सहयोग बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि अब से क्वाड की तरफ से दी जाने वाली फैलोशिप में साउथ ईस्ट एशियाई देशों के छात्रों को भी शामिल किया जाएगा।